UP MLC Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही समाजवादी पार्टी में घमासान जारी है। पार्टी नेताओं के साथ गठबंधन के साथी भी नाराज चल रहे हैं। इसी क्रम में महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाये है।

एमएलसी (MLC) के उम्मीदवारों का एलान होते ही समाजवादी पार्टी (SP) और उसकी सहयोगी पार्टियों में महाभारत मच गया है। महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य (Keshav Dev Maurya) ने गठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया है। तो ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की पार्टी के लोग भी अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के खिलाफ ताल ठोंकने लगे हैं। समाजवादी पार्टी ने इस बार किसी भी सहयोगी दल के नेता को विधान परिषद चुनाव (UP Legislative Council Election) में टिकट नहीं दिया है।

राजभर अपने बड़े बेटे अरविंद के लिए लॉबिंग कर रहे थे। इस बारे में उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी बात की थी। लेकिन बात नहीं बनी। ओम प्रकाश राजभर इन दिनों आज़मगढ़ में समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यहां से लोकसभा का उप चुनाव लड़ रहे हैं।

बेटे के लिए एमएलसी का टिकट न मिलने पर ओम प्रकाश राजभर तो चुरा हैं लेकिन उनकी पार्टी के बाक़ी नेताओं ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पार्टी के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने ट्वीट कर कहा है कि आरएलडी 38 सीटों पर लड़ कर 8 सीटें जीत पाई, फिर भी उसे राज्यसभा का टिकट मिल गया। हम 16 सीटों पर लड़ कर 6 जीते फिर भी हमारी ऐसी उपेक्षा हुई।

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यही शिकायत केशव देव मौर्य की है। उन्हें उम्मीद थी कि शायद उनकी पार्टी के एमएलसी का एक टिकट मिल जाए। लेकिन ये टिकट तो स्वामी प्रसाद मौर्य को मिल गया। जबकि वे पिछला चुनाव हार चुके हैं। हार कर भी स्वामी को इनाम मिल गया। अखिलेश यादव ने पिछले विधानसभा चुनाव में केशव देव की पत्नी और बेटे को टिकट दिया था। लेकिन दोनों चुनाव हार गए।

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