UP News: मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्‍त विश्‍वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्‍द्र का शिलान्यास किया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) ने राजर्षि टंडन मुक्‍त विश्‍वविद्यालय (Rajarshi Tandon Open University) के गोरखपुर (Gorakhpur) क्षेत्रीय केन्‍द्र का शिलान्‍यास किया। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी (Narendra Modi) की दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के लागू होने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति आ गई है। यही वजह है मुक्‍त विश्‍वविद्यालय का महत्व बढ़ गया है। एक साथ एक ही समय में स्‍टूडेंट दो कोर्स कर सकते हैं।

क्या बोले CM योगी?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि स्किल इंडिया मिशन से आज के युवा परिवार पर बोझ नहीं, बल्कि स्वावलंबन का आधार बन रहे हैं। स्किल इंडिया मिशन गांव-गांव तक पहुंचा है। मुक्त विश्वविद्यालय स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में बहुत कारगर हो सकता है, यहां नौकरी और कामकाज करते हुए शिक्षा हासिल की जा सकती है।

इससे उन्‍हें करियर के लिए भी दो च्‍वाइस मिल सकेंगे। वे अपनी पसंदीदा जॉब को चुन सकते हैं। नई शिक्षा नीति के फलस्वरूप एक क्लास में बैठे छात्र-छात्राएं दूर बैठे शिक्षक से डिजिटल माध्यम से जुड़कर शिक्षा अर्जित कर रहे हैं। राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय भी इस उद्देश्य में खरा उतरेगा, ऐसी उम्मीद है।

डिजिटल इंडिया को लेकर कही ये बात
सीएम ने कहा कि विश्वविद्यालय जब रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करेगा, तो उनका अपना भवन होगा। नई शिक्षा नीति को पीएम नरेंद्र मोदी ने शुरू किया है। ये पहली बार है जब छात्र एक साथ दो डिग्री ले सकता है। इसके पहले ऐसा नहीं था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के साथ ही इस प्रकार के कोर्स का महत्व बढ़ेगा। कोविड के बाद से दुनिया में इस प्रकार के विश्वविद्यालय को दुनिया ने स्वीकार किया है। पीएम मोदी कितने दूरदर्शी हैं।

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2014 के बाद उन्होंने डिजिटल इंडिया की परिकल्पना का सपना देखा था, तब लोग हंसते थे कि डिजिटल इंडिया का क्या काम। लेकिन जब डिजिटल ट्रांसफर से रुपये जाने लगे, तब लोगों को इसका महत्व समझ में आया। कोरोना के समय जब एक क्लास में बच्चे हों, तो शिक्षक दुनिया के किसी भी कोने से उन्हें डिजिटल माध्यम से शिक्षित कर सकता है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षक भी प्रयागराज में केंद्र पर बैठकर एक साथ हजारों बच्चों को शिक्षित कर सकता है।

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