कोरोना वैक्सिनेशन प्रक्रिया की रफ्तार धीमी हो चुकी है लोगों को वैक्सीन की डोज पूर्णतया नहीं दी जा रही है।

को रोना महामारी को दूर करने के लिए वैक्सीनेशन ही एक उपाय है और टीकाकरण की कमी है तो इस महामारी को कैसे दूर करेंगे ?

देश में टीकाकरण का ग्राफ इतना गिर गया है कि बुधवार को 20 लाख से भी कम डोज दी गई है। टीकाकरण डोज की शुरुआत 15 लाख से शुरू हुई थी सोमवार को लगभग 13 लाख, मंगलवार को लगभग 12लाख लोगों को डोज की गई लेकिन बुधवार को टीकाकरण का आंकड़ा तो बिल्कुल नीचे ही गिर गया यह घटकर 11.66 ही रह गया।

अभी अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दो हफ्तों में वैक्सीन की कमी की समस्या दूर हो जाएगीस्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि हमारे देश में लगभग सभी नागरिकों को वैक्सीन की दोस्त दी जाएगी कोई भी इससे वंचित नहीं रहेगा। जुलाई महीने तक 51 करो वैक्सीन डोज उपलब्ध करा दी जाएगी।

कोविन पोर्टल के अनुसार भारत देश में बुधवार को 754 जिलों में से 92 जिलों में तो एक भी vaccine डोज नहीं दी गई है। अब तक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा वैक्सीन की डोज लगाई गई है इसकी संख्या दो करोड़ है। अब तक देश के 6 राज्यों में वैक्सीनेशन का काम सही तरीके से हो रहा है। 

एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि अगले दो महीनों में वैक्सीन के अभाव को कम कर दिया जाएगा। वैक्सीन के टीके बड़ी मात्रा में उपलब्ध कराए जाएगा। हर नागरिक को वैक्सीन दी जाएगी। कंपनियां बड़े स्तर पर काम करना शुरू कर देंगी और उत्पादन में भी कोई समस्या नहीं आएगी। विदेशों से भी वैक्सीनेशन को खरीदा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर देखा जाए तो राष्ट्रीय स्तर और वैश्विक स्तर पर हमेशा कमी ही कमी रहेगी वो कभी पूरी नहीं होगी।

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