कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसान लगातार सात महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी अभी कोई नतीजा सामने नहीं आया है। किसान आंदोलन के दौरान यूपी गेट गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी कार्यकताओं के बीच मारपीट की घटना ने सबको अचंभित कर दिया है। किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट में गाड़ियों में तोड़फोड़ और कुछ लोगों के चोटिल होने का दावा किया जा रहा है।

किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि – आज ग़ाज़ीपुर बार्डर पर कुछ लोगों ने जिस तरह तोड़फोड़ कर किसानों व किसान नेताओं को बदनाम करने की साज़िश है, वो खेल अब देश-प्रदेश की जनता समझ चुकी है। किसानों को बदनाम करके भाजपा के हाथ सालों तक कुछ नहीं आने वाला। ये भाजपा की हताशा का वीभत्स रूप है। इस मुद्दे के बारे में गाजियाबाद इंदिरापुरम के सीओ अंशु जैन ने बताया कि – गाजीपुर बॉर्डर पर धरना पहले से ही चल रहा है। बीजेपी के एक नेता का काफिला आंदोलन स्थल से गुजर रहा था, उन्ही के स्वागत में कुछ कार्यकर्ता यहां मौजूद थे। किसानों और उनके बीच विवाद हुआ। एक दो गाड़ियों के साथ तोड़फोड़ हुई है।

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