Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा की यात्रा करीब 2 साल बाद फिर आरंभ हो रहा है। इस बार यात्रियों की सुविधा के लिए बहुत सारे इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि मंत्रालय के आदेश के बाद श्रीनगर से पंचतरणी तक डायरेक्ट हेलीकॉप्टर सेवा शुरु कर दी गई है जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

अमरनाथ, हिन्दुओं का एक पवित्र धर्म-स्थान है, जहाँ पर जाना उनके लिए बहुत सौभाग्य की बात मानी जाती है, मगर यात्रा कठिन होने की वजह से बहुत से यात्री नहीं जा पाते थे। यह स्थल 3500 मीटर ऊपर सबसे लास्ट पॉइंट पर स्थित है, जिसके लिए कश्मीर के पहलगाम तथा बालटाल से यात्रा निकलती है। बालटाल से अमरनाथ की दूरी 15 किलोमीटर है, तो वहीं पहलगाम से अमरनाथ 61 किलोमीटर की यात्रा है, दोनों ही तरफ से पंचतरणी के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाती थी लेकिन अब सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीधे श्रीनगर से पंचतरणी के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा प्रदान की गयी है।

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इस बार है जयादा भीड़ की आशंका

अधिकारी तथा प्रशासन के अनुसार 2 साल से यह यात्रा बंद कर दी गयी थी जो फिर इस साल यात्रा शुरु की गयी है। अनुमान है कि इस बार हर साल के मुकाबले अधिक यात्री आएंगे।

इस बार सुरक्षा होगा विशेष

प्रशासन, यात्रियों की विशेष सुरक्षा के लिए भरपूर तैयारी कर रही है, जिसमें बालटाल तथा पहलगाम दोनों ही रूट पर 50 से भी ज्यादा ड्रोन लगाए जायेंगे और यात्रियों पर विशेष ध्यान रखा जायेगा।

कठुआ में बनाए गए 20 विश्राम स्थल

इस बार अमरनाथ यात्रियों के लिए बहुत सारे इंतजाम किए गए हैं, जिसमे जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में यात्रियों के लिए 20 विश्राम स्थल बनाए गए है जिसमें यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। वहां के प्रशासन ने बताया है कि विश्राम-स्थल के साथ साथ सामूहिक भंडारे की भी व्यवस्था की गई है।

आधार कार्ड लेकर जाना है जरूरी

यात्रियों की सुरक्षा और उनकी पहचान को ध्यान में रखते हुए इस बार यात्रियों को आधार कार्ड अपने साथ लाना जरूरी कर दिया गया है, क्योंकि सूत्रों के अनुसार इस बार वेष में आतंकी हमले के खतरा का अनुमान लगाया जा रहा है, इसीलिए सभी यात्राओं के पहचान के लिए आधार कार्ड का लाना को अनिवार्य कर दिया गया है।

12000 जवान रहेंगे तैनात

इस बार अमरनाथ यात्रियों के सुरक्षा के लिए 12000 जवान तैनात किए गए हैं, साथ ही ड्रोन से भी निगरानी रखी जायेगी। इस बात की समीक्षा केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने किया। यात्रियों की सुरक्षा के लिये अर्धसैनिक बलों के हजारों जवान वहां मौजूद रहेंगे, जम्मू-कश्मीर पुलिस के सैकड़ों कर्मी यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।

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मेरा नाम श्रीया श्री है। मैं पत्रकारिता अंतिम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे लिखना बेहद पसंद है। फिलहाल मैं डीएनपी न्यूज नेटवर्क में कंटेंट राइटर हूं। मुझे स्वास्थ्य से जुड़ी कई चीजों के बारे में पता है और इसलिए मैं हेल्थ पर आर्टिकल्स लिखती हूं। इसके अलावा मैं धर्म, लाइफस्टाइल, एस्ट्रोलॉजी और एजुकेशन के विषय में भी आर्टिकल लिखती हूं।

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