सुप्रीम कोर्ट में कैंडिडेट के एक ग्रुप में याचिका दायर कर सिविल सेवा परीक्षा में एक्स्ट्रा अटेम्प्ट की मांग की है । याचिकाकर्ताओं का दावा है कि वह अपने क्षेत्र में लगाए गए कोरोना प्रभाव के कारण अक्टूबर 2020 में आयोजित हुए यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में उपस्थित नहीं हो सके थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह दावा करते हुए उनकी परिस्थितियां नियंत्रण से बाहर थी ।वह एक अतिरिक्त प्रयास की मांग कर रहे हैं उनका यह भी दावा है कि महामारी के चलते उनकी तैयारियां भी बुरी तरह से प्रभावित हुई थी।

आपको बता दें कि भले ही 8 उम्मीदवारों ने मिलकर ये याचिका डाली है लेकिन अगर अतिरिक्त प्रयास की अनुमति दे दी जाती है तो इससे 10,000 से अधिक उम्मीदवारों को फायदा होगा जिन्होंने 2020 में अपने प्रयासों की संख्या पूरी कर ली है । आपको यह भी बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की एक याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें यूपीएससी सीएसई के उम्मीदवारों के लिए एक अतिरिक्त प्रयास की मांग की गई थी।

वही यूपीएससी ने 13 मई को कोरोनावायरस में उछाल के बीच 27 जून की सिविल सेवा परीक्षा को स्थगित करने के अपने निर्णय की घोषणा की थी और अब यह परीक्षा 10 अक्टूबर को होगी।

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