डीएनपी डेस्क: आज शोभित विश्वविद्यालय गंगोह ने एक कार्यक्रम आयोजित कर विश्व विख्यात भारतीय समाजसेवी और उद्यमी और पद्म भूषण जैसे नागरिक सम्मानों से सम्मानित डॉ. बिंदेश्वर पाठक को प्रोफेसर की मानद उपाधि से सम्मानित किया है. पारंपरिक तरीके से गहरी रोशनी से कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इसके बाद डॉ. प्रशांत कुमार ने कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया. उन्होंने इस अवसर पर डॉ. बिंदेश्वर पाठक के जीवन परिचय का व्याखान किया. डॉ. प्रशांत कुमार ने डॉ. बिंदेश्वर पाठक को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त मानद उपाधि स्वीकार कर ली है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुंवर शेखर विजेंद्र जी ने सबसे पहले विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त प्राध्यापक की मानद उपाधि स्वीकार करने के लिए डॉ. बिंदेश्वर पाठक जी का धन्यवाद किया. कुलाधिपति ने कहा कि डॉ पाठक हमेशा समाज में आमूलचूल परिवर्तन लाने के अपने साहसिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं.

इस अवसर पर डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने मानद प्राध्यापक पद प्रदान करने के लिए शोभित विश्वविद्यालय एवं कुलाधिपति श्री कुंवर शेखर विजेन्द्र के प्रति आभार जताते हुए प्रसन्नता व्यक्त की. डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1967 में उन्होंने बिहार गांधी जन्म शताब्दी समारोह समिति में एक प्रचारक के रूप में अपनी सामाजिक सरोकार की शुरुआत की. इसके बाद वर्ष 1970 में शत्रुघ्न शरण सिंह के सुझाव पर सुलभ शौचालय संस्थान की स्थापना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि यह अभियान बिहार से शुरू होकर 1980 तक में विश्व के कई देशों में पहुँचा. उन्होंने कहा कि “गांधी के बिना देश का विकास नहीं हो सकता” डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि “प्रोफेसर बनना मेरा सपना था और मेरा सपना सच हो गया है.”

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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