कभी-कभी समझ नहीं आता कि मुसीबत कंगना (Kangana Ranaut) के पास जाती है या कंगना खुद मुसीबत को अपने गले लटका लेती हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के जीवन में मुसीबतों का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक मुसीबत जाती नहीं है कि दूसरी मुसीबत अपने दोनों हाथ फैलाये कंगना के स्वागत के लिए खड़ी होती है। हाल ही में एक और मुसीबत कंगना के सिर पर आ पड़ी है। दरसल, कर्नाटक की तुमकुर कोर्ट (Tumakuru Court) ने किसानों के अपमान के मामले में कंगना रनौत के खिलाफ क्याथासंदरा पुलिस स्टेशन (Kyathasandra Police Station)को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। कंगना ने किसानो को अपमानित किया है, इस दलील को मद्देनज़र रखते हुए वकील रमेश नाइक ने कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।

बता दें कि कृषि से संबंधित तीन बिल को संसद से मंजूरी मिलने के बाद कई हिस्सों में किसान विरोध करने के मकसद से सड़कों पर उतर गए थे। किसानो को विरोध करने के मकसद से सड़कों पर उतरता देख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि – मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं। MSP की व्यवस्था जारी रहेगी। सरकारी खरीद जारी रहेगी। हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना रनौत ने ट्वीट कर लिखा कि – प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फ़र्क़ पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं CAA से एक भी इंसान की सिटिज़ेन्शिप नहीं गयी मगर इन्होंने ख़ून की नदियां बहा दी।

कंगना के इस ट्वीट पर काफी बवाल हुआ ,जिसके बाद फिर कंगना ने 21 सितंबर को सफाई दी। कंगना ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि – जैसे श्री कृष्ण की नारायणी सेना थी, वैसे ही पप्पु की भी अपनी एक चंपू सेना है जो की सिर्फ़ अफ़वाहों के दम पे लड़ना जानती है, यह है मेरा ऑरिजिनल ट्वीट अगर कोई यह सिद्ध करदे की मैंने किसानों को आतंकी कहा, मैं माफ़ी मांगकर हमेशा केलिए ट्वीटर छोड़ दूँगी।

https://twitter.com/KanganaTeam/status/1307957044075311105?s=20
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