कोरोना काल में 19वीं बार पीएम मोदी ने देश के नाम संदेश दिया। इस बार पीएम मोदी का संदेश वैक्सीनेशन पर आधारित रहा। बड़ा ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने योग दिवस यानी 21 जून से देश में 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को भारत सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की गई। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि राज्यों से वैक्सीनेशन का काम वापस लिया जाएगा और अब केंद्र सरकार ही ये काम करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा। अब तक देश के करोड़ों लोगों को मुफ्त वैक्सीन मिली है, अब 18 वर्ष की आयु के लोग भी इसमें जुड़ जाएंगे। सभी देशवासियों के लिए भारत सरकार ही मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाएगी। वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा भारत सरकार खुद ही खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। उन्होंने कहा कि देश में बन रही वैक्सीन में से 25 प्रतिशत, प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल सीधे ले पाएं, ये व्यवस्था जारी रहेगी. प्राइवेट अस्पताल, वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के ही पास रहेगा।

PM ने ठानी है सबको वैक्सीन लगानी है

संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से देश की लड़ाई जारी है, दुनिया के कई देशों की तरह भारत भी बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है। कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, ऐसे सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर पैदा हो रही भ्रांतियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी किसी अफवाह में ना आए और बयानों पर ना जाए, हर कोई वैक्सीन लगवाए। समाज के प्रबुद्धजन आम लोगों से वैक्सीन लगाने की अपील करें। आगे पीएम मोदी ने कहा कि हमने हर आशंका को दरकिनार करके भारत ने एक साल के भीतर ही एक नहीं बल्कि दो मेड इन इंडिया वैक्सीन्स लॉन्च कर दी। हमारे देश के वैज्ञानिकों ने ये दिखा दिया कि भारत बड़े-बड़े देशों से पीछे नहीं है। आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए जो मांग है, उसकी तुलना में उत्पादन करने वाले देश और वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां बहुत कम हैं। कल्पना करिए कि अभी हमारे पास भारत में बनी वैक्सीन नहीं होती तो आज भारत जैसे विशाल देश में क्या होता।

PM के फैसले पर विपक्ष ने छोड़े तीर

पीएम मोदी के देश के नाम संबोधन के बाद अब विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी के संबोधन पर तंज कसते हुए कहा, प्रधानमंत्री के मुंह से झूठ व हल्की बात सुन कर मन को बहुत पीड़ा होती है। वहीं, राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर सवाल पूछा है। उन्होंने लिखा है कि अगर वैक्सीनेशन सभी के लिए मुफ्त है तो फिर निजी अस्पताल पैसे क्यों लें। उधर, सीपीआई(एम) ने ट्वीट कर लिखा है, राज्यों के दबाव व सुप्रीम कोर्ट की आलोचना के बाद पीएम मोदी गलत वैक्सीनेशन नीति को वापस लेने के लिए मजबूर हो गए। मुफ्त वैक्सीनेशन की मांग अंतत: स्वीकार की जानी थी। लेकिन वैक्सीनेशन की किल्लत के बीच 25 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पतालों को देने का फैसला गलत है, सीपीआईएम इसका विरोध करती है। वहीं, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। अब उम्मीद है कि राज्यों को उनकी डिमांड के मुताबिक वैक्सीन की सप्लाई मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद यह डैमेज कंट्रोल और छवि सुधारने का प्रयास है।

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