भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की खरीद पर जांच चल रही है। ब्राज़ील में इस कंपनी की जांच चल रही है और बताया जा रहा है कि ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। स्वास्थ विभाग के अधिकारी ने बताया कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन खरीदने को लेकर दबाव दिया जा रहा है यह जानकारी उन्होंने राष्ट्रपति को दी और उन्हें इसके प्रति सावधान कर दिया। न्यूज़ एजेंसी और ब्राजील के सांसद की तरफ से यह सूचना दी गई कि कोवैक्सीन की खरीद को लेकर दबाव डाला जा रहा है जिसके प्रति हमें सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना महामारी से हर कोई उबरने के लिए नए से नए उपाय कर रहा है और ब्राजील में इससे निपटने की बात को लेकर इस पर जांच भी चल रही है और जांच के दौरान यह बात सामने आई है। संसदीय पैनल की तरफ से इस पर कार्रवाई की जा रही है और औपचारिकता के रूप में गवाही देने के लिए रसद डिपार्टमेंट के ऑफिसर लुईस रिकॉर्डो को गवाही का आदेश दिया गया है। सीनेट पैनल की तरफ से इस बात का पता लगाया जा रहा है कि ब्राजील ने भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी से कोवैक्सीन क्यों खरीदी, कहीं ब्राज़ील सरकार ने दबाव में आकर तो ऐसा नहीं किया?

ब्राज़ील सरकार को और भी विदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने अपना वैक्सीन खरीदने का प्रस्ताव रखा था लेकिन ब्राज़ील ने covaccine तो कहीं से भी नहीं खरीदी तो भारत की ही कोवैक्सीन क्यूं खरीदना चाहता है? गवाही के तौर पर लुईस रिकॉर्डो मिरांडा ने कहा कि यह पैसे कमाने का सिर्फ एक रास्ता है जो कोवैक्सीन को लोगों के सामने एक प्रस्ताव के रूप में रखा जा रहा है और उसे बेचा जा रहा है इसके पीछे मुनाफा कमाने की योजना बनाई जा रही है।

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