दुनिया के सबसे अमीर आदमी कहे जाने माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के बेटे जेन नडेला की मौत सोमवार को हो गई थी। जेन नडेला 26 साल के थे और बचपन से ही सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से जूझ रहे थे। सेरिब्रल पॉल्सी से ग्रस्त बच्चों में मानसिक रोग, सीखने में अक्षमता, देखने, सुनने व बोलने में समस्याएं आती हैं। जेन की मौत के बाद हर तरफ सेरिब्रल पॉल्सी बीमारी को लेकर लोग सर्च करने लगे हैं। क्योंकि दुनिया का सबसे अमीर इंसान भी अपने बेटे जब इस गंभीर बीमारी से नहीं बचा पाया तो आम इंसान के लिए तो ये बीमारी ही अपने आप में Eफत है।
तो चलिए आपको सेरिब्रल पॉल्सी बीमारी के बारे में बताते हैं। ये बीमारी एक न्यूरोलॉजिकल और मूवमेंट डिसऑर्डर है। ये बीमारी तब होती है जब बच्चा मां के पेट में पल रहा होता है, तो उस दौरान पूरे शरीर का विकास होता है, लेकिन मस्तिष्क का विकास नहीं हो पाता है। ब्रेन में डैमेज या ब्रेन के पूरी तरह विकसित न होने पर शरीर में कई तरह डिस्ऑर्डर्स दिखते हैं, इसे ही सेरेब्रल पाल्सी कहते हैं। सेरेब्रल पाल्सी के 85 फीसदी मामलों में यह जन्मजात होती है।
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इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे- प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे के ब्रेन में ऑक्सीजन की कमी होना, जीन में म्यूटेशन होना, ब्रेन में इंफेक्शन होना या ब्रेन से ब्लीडिंग होना। 2 साल की उम्र में ही सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण दिखते लगते हैं। अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई के जरिए इस बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकता है। सीवियर सेरेब्रल पाल्सी के मरीज ठीक से खा-पी नहीं सकते. उन्हें ट्यूब के जरिए खाना, लिक्विड देना पड़ता है। इसलिए इन मरीजों का विकास सही से नहीं हो पाता है। आपको बता दें, भारत में इस गंभीर बीमारी से इस समय 3 लोग जूझ रहे हैं।
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