Asaduddin Owaisi Attacks On BJP: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है। चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों ने पूरी ताक झोंक दी है। सभी पार्टियों ने प्रचार-प्रसार के लिए अपने-अपने सेंट्रल पैनल को मैदान उतारा है। कहीं जनसभा की जा रही है तो कही जोर से जनसंपर्क अभियान चल रहा है। पार्टियां अपनी जीत में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। इस सबके बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) अपनी बयानबाजी को लेकर मीडिया में चर्चा का केंद्र बने हैं। ओवैसी ने सोमवार को गुजरात में एक रैली में को संबोधित करते हुए सीधे तौर पर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी गुजरात बनाने का श्रेय लेती है, तो उन्हें हमें यह भी बताना चाहिए कि मोरबी पुल बनाने के लिए कौन जिम्मेदार है? जहां 140 लोगों की मौत हो गई। लेकिन फिर भी कंपनी के अमीर लोग नहीं पकड़े जा रहे हैं। पीएम मोदी, आप अमीर लोगों से क्यों प्यार करते हैं?

SC ने गुजरात हाईकोर्ट को दिए यह निर्देश

मालूम हो कि पिछले महीने 30 अक्टूबर को गुजरात के मोरबी शहर के मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल का केबल पुल टूटने की घटना में महिलाओं और बच्चों समेत कुल 134 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। जानकारी के लिए बता दें कि ब्रिज के रखरखाव और रिनोवेशन का काम ओरेवा समूह को दिया गया था जो अजंता घड़ियों को बनाने के लिए जानी जाती है। इस मामले में सुनवाई बीते कल (21 नवंबर) को सुप्रीम कोर्ट में हुई। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने अधिवक्ता विशाल तिवारी की जनहित याचिका पर सुनवाई की। हादसे में 134 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान उच्चतम न्यायालय ने घटना के संबंध में गुजरात उच्च न्यायालय से समय-समय पर जांच और अन्य संबंधित पहलुओं की निगरानी करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को स्वतंत्र सीबीआई जांच, पर्याप्त मुआवजा संबंधी याचिकाओं के साथ हाईकोर्ट का रुख करने की अनुमति दी।

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BJP के सामने गुजरात का गढ़ बचाने की चुनौती

आपको बता दें कि भले ही गुजरात में बीजेपी अपने जीत के सिलसिले को बरकरार रखने की कवायद में है तो कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए बेचैन है। गुजरात में बीजेपी भले ही 27 सालों से काबिज हो, लेकिन इस बार प्रदेश की चुनावी राजनीति के दो-दो नए खिलाड़ी गंभीरता के साथ मैदान में उतरे हैं। एक तो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी है और दूसरी है असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM)। राजनीतिक जानकारों की मानें तो ये दोनों ही दल गुजरात चुनाव का समीकरण बदल सकते हैं।

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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