दुनिया में इन दिनों दो ताकतवर देशों के बीच में कूटनीति की जंग चल रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को जर्मनी के एक नेता के साथ बैठक की। इस बैठक यह फ़ैसला लिया गया कि अगर रूस यूक्रेन पर और हमला करता है तो महत्वपूर्ण नॉर्ड स्ट्रीम 2 रूस-से-जर्मनी गैस पाइपलाइन को बंद कर दिया जाएगा। जसिके बाद रूस के सर्वेसर्वा व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि केवल अमेरिका और उसके सहयोगी ही यूक्रेन पर हमला करने की बात कर रहे थे।

ग़ौर करने वाली बात है कि जिस वक़्त पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मास्को में बैठक कर रहे थे ठीक उसी वक़्त बिडेन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ भी व्हाइट हाउस में बैठक कर रहे थे। मालूम हो कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर हज़ारों सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है, जिसमें लगभग रोज़ाना सेना शामिल हो रही है।

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क्या बला है ये Nord Stream 2 Pipeline?

ये Nord Stream 2 पाइपलाइन 1,200 किमी लंबी है, जो उत्तर-पूर्वी जर्मनी से बाल्टिक सागर होते हुए पश्चिमी रूस से तक जाती है।

इस Nord Stream 2 पाइपलाइन प्रोजेक्ट के जरिए अमेरिका ने दावा किया है कि रूस से जर्मनी जाने वाली नैचुरल गैस की सप्लाई को इस पाइपलाइन के बाद दोगुना हो जाएगी।  

मालूम हो कि इस Nord Stream 2 पाइपलाइन का काम बीते साल के सितंबर महीने में ही पूरा हो चुका है। लेकिन इसे शुरू होने में अभी है। अभी कुछ देशो से मंजूरी मिलनी बाकी है, जिस कारण अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।

दावा किया जा रहा है कि इस Nord Stream 2 पाइपलाइन से जर्मनी को हर महिने 55 अरब मीटर गैस की सप्लाई मिलेगी। मालूम हो कि इस पूरे प्रोजेक्ट का मालिकाना हक रूस की सरकारी कंपनी के पास है। ग़ौर करने वाली बात है कि रूस अभी Nord Stream पाइपलाइन के जरिए जर्मनी को गैस भेजता है।

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