डीएनपी डेस्क: डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में कटौती से राजकोष पर 45,000 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा. इससे केंद्र का राजकोषीय में घाटा तगड़ा लगेगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में कटौती से केंद्र का राजकोषीय को घाटा 0.3 प्रतिशत बढ़ जाएगा. बता दें कि उक्त जानकारी गुरुवार को जारी एक विदेशी ब्रोकरेज कंपनी की रिपोर्ट में दी गई है. जापानी ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा के अर्थशास्त्रियों ने एक रिपोर्ट पेश की है. अर्थशास्त्रियों के इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल खपत के हिसाब से, इस आश्चर्यजनक कदम से पूरे वित्त वर्ष के लिए राजकोष पर एक लाख करोड़ रुपए का असर पड़ेगा. इसी के साथ अर्थशास्त्रियों ने बताया कि यह सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 0.45 प्रतिशत होगा.

पेट्रोल और डीजल के दामों में बड़ी राहत

केंद्र ने पेट्रोल और डीजल के दामों में बड़ी राहत दी है. पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 10 रुपये घटाई गई है. यह दरें आज रात 12:00 बजे से लागू हो जाएगी.

वित्त मंत्रालय के अनुसार भारत सरकार ने यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए हैं कि देश में ऊर्जा की कमी ना हो और पेट्रोल और डीजल जैसी वस्तुएं हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त रूप से देश में उपलब्ध हो.
महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम

दिल्ली में आज पेट्रोल – 110.04 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 98.42 रुपये प्रति लीटर

मुंबई में पेट्रोल – 115.85 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 106.62 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता में पेट्रोल – 110.49 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 101.56 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई में पेट्रोल – 106.66 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 102.59 रुपये प्रति लीटर

आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय ने कहा कि हम गरीब और मध्यम वर्ग का खास ख्याल रख रहे हैं. देश की अर्थव्यवस्था को और गति देने के लिए भारत सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को काफी कम करने का फैसला किया है. इस कटौती से खपत को भी बढ़ावा मिलेगा और मुद्रास्फीति कम होगी। जैसे गरीब और मध्यम वर्ग को मदद मिलेगी.

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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