भारत के साथ-साथ दुनिया के कई देश उन दिनों कोयले की समस्या से गुजर रहे हैं। जिसका सीधा असर बिजली पर पड़ रहा है। यही कारण है कि, बिजली को लेकर देश के कई राज्यों में समस्या पैदा हो गई है। इस समस्या से बचने के लिए कई इलाकों में बिजली की कटौती की जा रही है। ऐसे ही हालात चीन में भी पैदा हो गए हैं।

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चीन मे हुई कोयले की कमी

चीन में भी कोयले कगी कमी हो गई है। जिसके कारण बिजली का संकट पैदा हो गया है। इन सब के बीच अब सवाल ये पैदा होता है कि, आखिर देश और दुनिया में अचानक से कोयले की कमी कैसे हो गई? इसके पीछे कारण ये बताया जा रहा है कि, विदेश से आने वाले कोयले की कीमत बढ़ने से इसकी सप्लाई कम हुई है और घरेलू कोयले पर निर्भरता बढ़ी है। यही कारण है कि, कोयले की कमी से जूझ रहा है।

एशिया में थर्मल कोयले की कीमतों ने तोड़ा रिकॉर्ड

आपको बता दें, एशिया में थर्मल कोयले की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, जिससे चीन और भारत में कोयले का संकट खड़ा हो गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि, देश में हालत इतने बुरे हो चुके हैं कि, जिन बिजली घरों में पहले 17-17 दिन का कोयले का स्टॉक हुआ करता था, वहां अब महज 4-5 दिन का स्टॉक ही बचा है। आने वाले दिनों में हालत और भी ज्यादा बुरे हो चुके हैं। रॉयटर्स ने इस संवेदनशील मामले पर रिपोर्ट देते हुए कहा कि, ऑस्ट्रेलिया का हाई ग्रेड थर्मल कोयले की कीमत 8 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में 229 डॉलर प्रति टन पहुंच गई। जबकि इस साल 30 अप्रैल को इसकी कीमत 88.52 डॉलर प्रति टन थी। ये अब तक की कोयले की सबसे ज्यादा कीमत है। जिसकी चर्चा देश और दुनिया दोनों में ही हो रही है। ये ही हाल जापान और दक्षिण कोरियाई के भी हैं। आने वाले दिनों ये हालत और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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