दुनिया पहले ही बीते दो सालों से कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोरोना वायरस भी टाइम टाइम पर अपने वेरिएंट में बदलाव ला रहा है। वेरिएंट के बदलाव और उसके संक्रमण को रोकने के लिए वैज्ञानिकों की टीम लगातार शोध कार्यों में लगी हुई है। लेकिन अब वैज्ञानिकों की चेतावनी आपको डरा सकती है।विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले साल कोविड-19 से भी खतरनाक कोरोना वायरस का एक ‘सुपर वेरिएंट’ सामने आ सकता है और बिना टीकाकरण के हर कोई एक संभावित सुपर स्प्रेडर है। ये वेरिएंट बाकी वायरस की तुलना में लोगों को आसानी से चपेट में ले सकता है। कहा जा रहा है कि बिना टीकाकरण वाले डर व्यक्ति के लिए ये घातक साबित होगा।


कोविड-22 की संक्रमण दर है तेज

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वेरिएंट से संक्रमित इंसान औसत से अधिक दूसरों को बीमारी फैलाता है। उदाहरण के लिए समझा जाए तो दो लोग सामान्य तौर पर अपना जीवन बिता रहे हैं उनके अंदर अभी तक किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं नजर आ रहे हैं। एक व्यक्ति दो लोगों में वायरस फैलाता है, जबकि दूसरे व्यक्ति में दस लोगों को संक्रमित करने की क्षमता होती है। सुपर स्प्रेडर्स ज्यादातर संक्रमण की चेन बनाते हैं और सामूहिक संक्रमण करने की क्षमता रखते हैं।औसतन, कोविड 19 2 से 2.5 की दर से लोगों में फैलता है।विशेषज्ञों की माने तो नया वेरिएंट कोविड-22 डेल्टा (भारत), बीटा (दक्षिण अफ्रीका), और गामा (ब्राज़ील) जैसे वेरिएंट के साथ गठजोड़ करके बना है। ये सभी पुराने वेरिएंट से खतरनाक है।

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पहले से तैयारी करने की जरुरत

द सन को दिये एक इंटरव्यू में  प्रोफेसर रेड्डी के कहा कि कोविड-22 बाकी सभी वायरस से घातक है।अगर कोई ऐसा मामला भारत में सामने आता है तो हमें इसे जल्द से जल्द पहचानना होगा और वैक्सीन निर्माताओं को वैक्सीन का उत्पादन तेज करना होगा जिससे तरह कोई वैक्सीनेट पाए। इस नये वेरिएंट से उभरना जोखिम भरा काम है। हमें इसके लिए पहले ही तैयारी कर लेनी चाहिए

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