G-20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाली में 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 14 से 16 नवंबर तक इंडोनेशिया में ही रहेंगे। पीएम मोदी का बाली का यह पहला दौरा है और इस जगह का भारत का पुराना और सांस्कृतिक नाता भी रहा है। इससे पहले इंडोनेशिया में भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारतीय से विशेष बातचीत भी की गई। उन्होंने कहा कि “पीएम की इस यात्रा से बाली ही नहीं इंडोनेशिया के साथ भारत के संबंधों को नई ताकत मिलेगी।”
भारत में दिया है पूर्ण समर्थन
भारतीय राजदूत मनोज कुमार ने कहा कि “जी-20 में इंडोनेशिया की अध्यक्षता को भारत ने पूरा समर्थन दिया है। वार्षिक चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए भारत हमेशा से सक्रिय सहयोग देता है। गणेश जी की अध्यक्षता भारत के पास आएगी तो वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे। इंडोनेशिया और खासकर बाली में रहने वाले भारतीय समुदाय को इसको लेकर उत्साह देखा गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।”
भारत का करीबी सहयोगी है इंडोनेशिया
भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारतीय ने कहा कि “भारत का एक करीबी सहयोगी इंडोनेशिया है। दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा बड़ी आबादी वाला देश है तो इंडोनेशिया चौथा सर्वाधिक जनसंख्या वाला मुल्क है। दोनों ही देश दुनिया के बड़े लोकतंत्र है और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भी है। ऐसे में आपसी सहयोग के दोनों के बीच बहुत संभावनाएं हैं। इंडोनेशिया सरकार भारत के पूर्ण समर्थन से पूरी तरह अवगत है।”
चीन इंडोनेशिया में सबसे बड़ा निवेशक
भारतीय राजदूत ने कहा कि यह बात सही है कि “चीन इंडोनेशिया में सबसे बड़ा निवेशक है। लेकिन इंडोनेशिया भारत के साथ निवेश बढ़ाने का इच्छुक भी है। यदि इंडोनेशिया में भारतीय मूल के निवेश का आंकड़ा देखा जाए तो यह 54 अरब डॉलर का है। लेकिन इसमें 95% से अधिक सिंगापुर के रास्ते हैं। भारत से आने वाले निवेश का आंकड़ा 2 अरब डॉलर से कम है। इसीलिए हम प्रयास कर रहे हैं कि भारतीय निजी निवेशक इस ओर रुख करें।”
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