मथुरा। जो खुद पर विश्वास अपार रखते हैं, वो ही कदम मंजिल के पार रखते हैं। ऐसे हैं गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी एवं टोक्यो पैरालिंपिक 2021 में एसएल-4 श्रेणी में पुरुष एकल और रजत पदक विजेता सुहास एलवाई। रजत पदक विजेता को जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा की ओर से सम्मानित किया गया है। सोमवार को रजत पदक विजेता सुहास एलवाई को जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल की ओर से चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नीरज
अग्रवाल ने फूलों का गुलदस्ता, बधाई प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह् भेंटकर सम्मानित किया।

इस सम्मान से भावविभोर होकर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने जीएलए विश्वविद्यालय को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर सीईओ ने केन्द्रीय और प्रदेश सरकार में प्रशासनिक सेवाओं में उच्च पदों पर आसीन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सीईओ नीरज अग्रवाल ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय को अपने देश के खिलाड़ियों पर गर्व है, लेकिन सबसे बड़ी गौरवान्वित करने वाली बात यह है कि प्रशासनिक सेवा देने के साथ-साथ टोक्यो पैरालिंपिक खेल में पहली बार में बेहतर प्रदर्शन कर रजत पदक हासिल करना।

उन्होंने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से एक सन्देश के माध्यम से कहा कि ‘उठाना खुद ही पड़ता है थका-टूटा बदन अपना‘ अगर भरसक प्रयास करने के बावजूद भी मंजिल पर पहुंचने से पहले आपके कदम लड़खड़ाते हैं या आप लक्ष्य को हासिल करने से चूक जाते हैं, तो इससे घबराने और हताश होने की जरूरत बिल्कुल नहीं है। क्योंकि एक बार की असफलता ही सफलता हासिल करने की राह आसान करती है।

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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