डीएनपी डेस्क: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हुई संदिग्ध मौत का मामला दिन प्रतिदिन और उलझता जा रहा है. जहां एक तरफ राज्य सरकार इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कह रही है वहीं दूसरी तरफ इसे मुद्दा बनाकर विपक्ष प्रदेश की योगी सरकार पर हमालावर नजर आ रही है. बता दें कि इस मामले में 3 पुलिसकर्मी समेत 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें विभाग के द्वारा कई पुलिसकर्मी को सस्पेंड भी किया जा चुका है. इसके बाद भी विपक्ष इस मामले में राजनीति पर उतर गई है.
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, मनीष गुप्ता हत्याकांड’ में पुलिसवालों की गिरफ़्तारी न होना ये दर्शाता है कि वो फ़रार नहीं हुए हैं उन्हें फ़रार कराया गया है। दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि ख़ुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार ‘वसूली-तंत्र’ से जुड़े होने की पूरी आशंका है। ‘ज़ीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है।
प्रियंका गांधी का तीखा प्रहार
इस मामले को लेकर प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार की पुलिस प्रशासन पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, उप्र के मुख्यमंत्री प्रदेश की किस तरह की छवि बना रहे हैं: एक निर्दोष कारोबारी की निर्मम हत्या के बाद जिलास्तर के अधिकारी एफआईआर न करने का दबाव बनाते रहे व प्रदेशस्तर के बड़े अधिकारी ने आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने वाली बयानबाजी की। ऐसे अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि सोमवार को 36 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। आरोप है कि हालत खराब होने के बाद पुलिस मनीष को लेकर एक निजी अस्पताल गई थी, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें मेडिकल कॉलेज एंबुलेंस से अकेले ही भेज दिया था, जहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया। अब इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।
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