केंद्रीय बजट 2022: विपक्षी नेताओं, शिक्षाविदों ने कहा- बजट में बेरोजगारी के लिए कुछ नहीं, बढ़ेगी महंगाई, अमीर होंगे और अमीर ग़रीब होंगे और ग़रीब। कांग्रेस ने इस बजट को वेतनभोगी, मध्यम वर्ग के साथ विश्वासघात करार दिया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज केंद्रीय बजट 2022 पेश किये जाने के बाद शिक्षा विशेषज्ञों और विपक्षी नेताओं ने आलोचना की है। जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बजट 2022 में आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं है। कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने पूछा, “बजट किसके लिए?” ममता बनर्जी ने बड़े अक्षरों में ट्वीट किया, “बजट में आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं है।”

कांग्रेस ने मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रीय बजट में वेतनभोगी और मध्यम वर्ग के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वेतन कटौती और उच्च मुद्रास्फीति के कारण वेतनभोगी और मध्यम वर्ग काफ़ी प्रभावित हुए हैं।

कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने आज कहा कि केंद्रीय बजट 2022 में मध्यम वर्ग, वेतनभोगी वर्ग, किसानों और गरीबों के लिए कुछ भी नहीं है। केंद्रीय बजट 2022 को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने इसे ‘जीरो राशि वाला बजट’ करार दिया। कांग्रेस पार्टी ने भी बजट को बेकार करार दिया है। राहुल ने एक ट्वीट में कहा “M0di सरकार का Zer0 सम बजट! वेतनभोगी वर्ग, मध्यम वर्ग, गरीब और वंचित, युवा, किसान, एमएसएमई के लिए कुछ नहीं।”

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने पूछा कि बजट से किसे फायदा होगा। “सबसे अमीर 10% भारतीय देश की 75% संपत्ति के मालिक हैं। नीचे के 60% के पास सिर्फ़ 5% से कम के मालिक हैं। महामारी के दौरान सुपर मुनाफा कमाने वालों पर, जबकि बेरोजगारी, गरीबी और भूख बढ़ी है, उन पर अधिक टैक्स क्यों नहीं लगाया जा रहा है?”

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, “बेहद निराशाजनक बजट। अच्छे दिनों से देश को और भी दूर धकेल दिया। मध्यम वर्ग को कोई राहत नहीं।” इसके साथ कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए इसे “अनइमेजिनेटिव अनइंस्पायरिंग अनरियलिस्टिक अनइम्प्लीमेंटेबल” कह दिया। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया “भारत के वेतनभोगी वर्ग और मध्यम वर्ग महामारी, चौतरफा वेतन कटौती और बैक ब्रेकिंग मुद्रास्फीति के समय में सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन देश की वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने देश के आम ग़रीब नागरिक को एक बार फिर से निराश किया है। यह भारत के वेतन वर्ग और मध्यम वर्ग के साथ विश्वासघात है।”

कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट किया “एक तरफ, बजट जलवायु कार्रवाई और पर्यावरण की रक्षा की बात करता है। दूसरी ओर, यह पारिस्थितिक रूप से विनाशकारी नदी-जोड़ने वाली परियोजनाओं को आगे बढ़ाता है। बयानबाजी अच्छी लगती है। लेकिन कार्रवाई अधिक मायने रखती है। उस मोर्चे पर, मोदी सरकार विनाशकारी पथ है।”

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