डीएनपी डेस्क: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद देश भर के किसानों में रोष व्याप्त है. प्रशासन नें नेताओं के लखीमपुर खीरी जाने पर रोक लगा दी थी. प्रशासन के इस रवैये के बाद उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी की सड़क से राजधानी दिल्ली की अशोका रोड तक सियासत तेज हो गई. लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवार से मिलने की कोशिश कई नेताओं ने की. हालांकि आज से पहले यानी कल तक लखीमपुर खीरी जाने की किसी नेता को इजाजत नहीं थी. जिन्होंने कोशिस की उसे हिरासत में ले लिया गया. बहरहाल, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की प्रशासन द्वारा इजाजत दे दी गई है. वो अब से कुछ घंटे पहले ही लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए हैं.

लखीमपुर खीरी की घटना के बाद विपक्ष के नेताओं को पीड़ित परिवार से मिलने से रोकने की जो सरकार द्वारा कोशिश की गई है उससे विपक्ष को सियासत के लिए मुफीद ईंधन मिल गया है. सरकार को 3 दिन बाद अब जाकर समझ में आया कि इस तरह की हिरासत से विपक्षी नेताओं को ही फायदा हो रहा है. उत्तर प्रदेश की सरकार नें आनन-फानन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रिहा कर दिया. इसके बाद दूसरे नेता भी रिहा किए जाने लगे. इतना ही नहीं दिल्ली से लखनऊ विमान से आए राहुल गांधी को भी एयरपोर्ट पर आज किसी ने नहीं रोका. मतलब साफ है देर भला पर सरकार को समझ में आ गई कि नेताओं को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं देने में कितना नुकसान है.

बता दें कि रविवार को उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी में हुई हादसे के बाद पनपी हिंसा केस में पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के खिलाफ हत्या, गैर इरादतन हत्या, दुर्घटना करने और बलवा की धाराओं में मामला दर्ज किया है. आपको बता दें कि इसी एफआईआर में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी का भी नाम शामिल है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने धारा 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज किया है.

अजय मिश्रा ने दी सफाई

बीजेपी सांसद अजय मिश्रा से जब मीडिया ने आरोपों पर बयान देने को कहा तब अजय मिश्रा ने कहा कि ” जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त मेरा बेटा उस गाड़ी में मौजूद नहीं था. कार पर पथराव होने के बाद ड्राइवर घायल हो गया था, जिसकी वजह से गाड़ी अनियंत्रित हो गई और इसी वक्त वह कई लोगों के ऊपर से गुजरी थी. जिन लोगों की इस हादसे में जाने गई मैं उनके लिए और उनके परिवार के लिए अपना दुःख व्यक्त करता हूं. मैं बस इतना चाहता हु कि इस पूरे मामले की पारदर्शिता के साथ जांच की जाए.

अजय मिश्रा का विवादित भाषण

लखीमपुर हिंसा से पहले दिए अपने भाषण पर अजय मिश्रा ने कहा कि “टीवी पर उनका पूरा ऑडियो नहीं सुनाया गया, मैंने उस भाषण में किसानों के प्रति किसी तरह के खराब शब्द का उपयोग नहीं किया था. उन्होंने बताया कि घटना के पीछे कुछ खालिस्तानी तत्व भी शामिल थे.

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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