Presidential Election: राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज यशवंत सिन्हा ने अपना नामांकन दाखिल किया। इससे पहले 24 जून को NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने सत्ता पक्ष की ओर से अपना नामांकन दाखिल किया था। गौरतलब है कि देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है।  

राहुल गांधी, अखिलेश यादव भी रहे मौजूद   

यशवंत सिन्हा के नामांकन के समय शरद पवार, राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी मौजूद रहे। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी नामांकन में मौजूद रहे। राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के नामांकन के लिए विपक्षी नेता दिल्ली पहुंचे थे।

राष्ट्रपति चुनाव में अपने नामांकन को लेकर बात करते हुए एक इंटरव्यू में यशवंत सिन्हा ने कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाते हैं तो वो राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग को तत्काल समाप्त कर देंगे। साथ ही वह सुनिश्चित करेंगे कि न्याय और निष्पक्षता बनी रहे।

ये भी पढ़े: Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र का सियासी घमासान अब पंहुचा सुप्रीम कोर्ट, बागी नेता एकनाथ शिंदे ने लगाई याचिका

चुनावों में NDA का पलड़ा भारी

बात अगर राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए की स्थिति की करें, तो यूपीए के पास संख्या बल बहुत कम है। हालांकि विपक्षी नेताओं का दावा है कि उनके उम्मीदवार को कम आंकने की गलती न की जाए। वहीं बात अगर फिलहाल एनडीए की करें तो इसका पलड़ा भारी दिख रहा है क्योंकि एनडीए के पास कुल मिलाकर 5.26 लाख वोट हैं। यह कुल वोटों का लगभग 49 फीसदी है। एनडीए को जीत के लिए एक प्रतिशत का मार्क बढ़ाना है तो ये किसी बाहरी पार्टी के सपोर्ट से संभव हो सकता है। हालांकि बीजेडी और बीएसपी ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। ऐसे में एनडीए उम्मीदवार का जीतना लगभग तय हो गया है।

Share.
Exit mobile version