मथुरा। रोजगारोन्मुखी गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिये अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रबंधन संकाय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विशाल शर्मा और डॉ. सना फातिमा के नाम एक उपलब्धि दर्ज हुयी है. इनके द्वारा किये गये शोध कार्य को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा और सम्मानित किया गया है. ताइवान स्थित चिह्ली यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित की गयी अंतर्राष्ट्रीय कॉफ्रेंस में डॉ. विशाल और डॉ. सना द्वारा “नॉनलीनियर मॉनीटरी पॉलिसी रिएक्शन फंक्शन एंड मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स इन इंडिया” शीर्षक संग प्रस्तुत किये गये शोधपत्र को सर्वोत्तम शोधपत्र का दर्जा देते हुए लेखकों को पुरस्कार स्वरुप प्रमाण-पत्र व 600 डॉलर की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया है.

डॉ. विशाल और डॉ. सना ने अपने शोधपत्र में मुद्रास्फीति एवं मंदी के सन्दर्भ में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की सोच एवं प्रयासों पर प्रकाश डाला है. इसके साथ ही उत्पादन वृद्धि के साथ-साथ मूल्य स्थिरता प्राप्त करने के लिए राजकोषीय और मौद्रिक नीति के मध्य सामंजस्य की आवश्यकता को रेखांकित किया है. प्रबंधन संकाय निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने शिक्षकों की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी एवं सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को इस प्रकार के आयोजनों में निरंतर प्रतिभाग करते रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य ना केवल शोधकर्ताओं को पहचान दिलाते हैं, बल्कि संस्थान और समाज दोनों की बेहतरी में अपना योगदान देते हैं. एक शिक्षण संस्थान में हो रहे शोधकार्यों से विद्यार्थी व उद्योग जगत भी लाभान्वित होते हैं. इसी सोच के साथ विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा फाइनेंस रिसर्च लैब, ख्याति प्राप्त रिसर्च जर्नल डेटाबेस आदि सुविधाएं संकाय में उपलब्ध कराई जा रही हैं.

डॉ. सोमेश धमीजा, डॉ. विकास त्रिपाठी, डॉ. अरुणा धमीजा, डॉ. उत्कल खंडेलवाल समेत संकाय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने साथियों की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी.

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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