Punjab: शिरोमणि अकाली दल ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के सभी राज्यों में एनआईए कार्यालय खोलने के बयान की शुक्रवार को आलोचना की। शिरोमणि अकाली दल ने कहा कि ऐसा करने से केंद्रीय एजेंसियों को राज्य पुलिस से अधिक शक्तियां मिल जाएंगी। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी आलोचना की गई है। ‌शिरोमणि अकाली दल नेताओं प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशिंदर सिंह ग्रेवाल और डॉ दलजीत सिंह चीमा ने चंडीगढ़ में एक संयुक्त बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि चिंतन शिविर में शामिल होने वाले विपक्ष के एकमात्र मुख्यमंत्री भगवंत मान ही थे।

अमित शाह के प्रस्ताव पर मान की मंजूरी

भगवंत मान ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई। वहीं नेताओं ने बयान में कहा कि एनआईए को पंजाब में राज्य पुलिस से अधिक शक्तियां मिल जाएंगी। सुखबीर सिंह बादल नीत शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर अमित शाह के प्रस्ताव को मंजूरी देने का आरोप लगाया। बता दें कि अमित शाह ने फरीदाबाद में सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के ‘चिंतन शिविर’ के दौरान कहा था कि “साल 2024 तक एनआईए हर राज्य में कम से कम एक कार्यालय खोलेगा।” गृहमंत्री के इस प्रस्ताव पर भगवंत मान ने सहमति जताई।

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अधिकारों को बढ़ाना चाहिए

अकाली दल के नेताओं का कहना है कि केंद्र को राज्यों के अधिकारों में कटौती करने के बदले उन्हें बढ़ाना चाहिए। इसी बीच भगवंत मान पर हमला करते हुए आरोप लगाया गया कि देश के संघीय ढांचे को नष्ट करने के लिए भगवंत मान बीजेपी के साथ सांठगांठ कर रहे है। नेताओं ने कहा कि “पंजाब के लोगों ने मुख्यमंत्री को राज्य के अधिकारों को गिरवी रखने का जनादेश दिया और राज्य के अधिकारों की गारंटी संविधान द्वारा दी गई।”

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