Ministry of Railways U turn on IRCTC: IRCTC के convenience फीस का 50 फीसदी हिस्सा लेने के अपने फैसले को रेलवे मिनिस्ट्री ने मना कर दिया है। दरअसल, मिनिस्ट्री ने कहा था कि, उसे टिकट की बिक्री से मिलने वाली Convenience फीस में से 50% हिस्सा चाहिए, हालांकि इस आदेश का उल्टा असर भी देखने को मिला, IRCTC के शेयर अचानक से नीचे गिर गए।

फैसला लिया गया वापस
50 प्रतिशत शेयर लेने के फैसले को लेकर निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव ने ट्वीट कर बताया, ”रेल मंत्रालय ने IRCTC convenience फीस पर लिया अपना फैसला वापस ले लिया है.”

क्या कहा था रेल मंत्रालय ने
रेल मंत्रालय की तरफ से IRCTC को कहा गया था कि, “टिकट बिक्री से मिलने वाली convenience फीस का 50% हिस्सा रेलवेको देना होगा.” आदेश में टिकटिंग मार्जिन 85% से घटकर 48% होने का अनुमान लगाया गया. इस फैसले के बाद IRCTC के शेयर 29 फीसदी तक टूट गए।

IRCTC रेलवे का महत्वपूर्ण हिस्सा
देश भर में ट्रेन टिकट्स की ऑनलाइन बुकिंग सिर्फ और सिर्फ इंडियन रेलवेज कैटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉरपोरेशन करता है। इसके अलावा IRCTC ट्रेन में खाने-पीने के सामान भी मुहैया कराता है।

क्या हुआ था फैसला
उधर, IRCTC ने बीएसई को जानकारी दी कि, अब वह अपने प्लेटफॉर्म से टिकट बुकिंग से मिलने वाले convenience फीस को 50:50 के अनुपात में सरकार को देगी। इस फैसले को अगले 1 नवम्बर से लागू किया जाना था।

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