British PM: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद से बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद देश की राजनीति गरमाई हुई है। प्रधानमंत्री पद के लिए कई नाम सामने आए हैं। इस सबके बीच पूर्व चांसलर ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर दावेदारी पेश की है। इसके बाद से ही बिट्रेन में चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऋषि सुनक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा, “किसी को मौके की नजाकत को समझना होगा और और सही निर्णय लेना होगा।” बता दें कि चार शीर्ष मंत्रियों के इस्तीफे और सांसदों द्वारा विद्रोह के बावजूद बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर बने हुए थे। सरकार के 50 से अधिक मंत्रियों ने 48 घंटे के भीतर पद से इस्तीफा दे दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सभी ने यह कहते हुए जॉनसन का साथ छोड़ दिया कि वे घोटालों के बाद प्रधानमंत्री बनने के लायक नहीं हैं। बोरिक के इस्तीफे के बाद अब अक्टूबर में नया प्रधानमंत्री चुने जाने की संभावना है।

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गौरतलब है कि बोरिस जॉनसन के विरोध में मंत्रियों के इस्तीफे की शुरुआत बीते मंगलवार को भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक से ही हुई थी। जानकारी के मुताबिक, सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं। बताते चलें कि सुनक कुछ दिन पहले पत्नी अक्षता मूर्ति की वजह से चर्चा में भी रहे थे। बहरहाल इस सबके बीच ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के दावेदारों में भारतीय मूल के ऋषि सुनक का नाम शामिल हुआ है। भारत में भी ऋषि सुनक के लिए दुआएं की जा रही है।

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बता दें कि ऋषि सुनक बिट्रेन के राजकोष का चांसलर पद संभाल रहे थे। लेकिन, हाल ही में ऋषि सुनक और बिट्रेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद के इस्तीफे के बाद देश में मंत्रियों के इस्तीफों की बाढ़ आ गई। इसके कारण बोरिस जॉनसन ने इस्तीफा देने का फैसला किया। 42 वर्षीय ऋषि सुनक जिनका नाम इस वक्त बिट्रेन के अगले प्रधानमंत्री के रूप में सामने आ रहा है, उन्हें बोरिस जॉनसन ने ही राजकोष का चांसलर नियुक्त किया था। यह फरवरी 2020 की बात है, जब बोरिस अपनी कैबिनेट का विस्तार कर रहे थे। बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ रहा था। बताया जाता है कि बोरिस कैबिनेट के करीब 9 मंत्री उनके पास पहुंचे थे और सभी ने कंजरवेटिव पार्टी के हित और आगे आने वाले चुनावों का हवाला देकर बोरिस से इस्तीफा देने को कहा था। हालांकि, इस पर बोरिस जॉनसन सहमत नहीं हुए थे। यही बात जब उनके एक मंत्री माइकल गोव ने मीडिया के सामने बता दी तो उनको बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव और बढ़ गया और उन्हें अंत में देश की सत्ता छोड़नी पड़ी।

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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