डीएनपी डेस्क: एक दिन पहले ही दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से दिल दहला देने वाली तस्वीर आई थी. यहां किसान आंदोलन के मंच से कुछ ही दूर पर एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले में एक शख्स ने पुलिस के समझ सरेंडर कर दिया था. जिसके बाद आरोपी युवक को आज कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. बता दें कि आरोपी युवक का नाम निहंग सरबजीत है. आज आरोपी निहंग सरबजीत को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. बहरहाल, पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है.
दरअसल, दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक 35 साल के व्यक्ति की निर्मम हत्या का मामला सामने आया था. जिसके बाद एक निहंग सरवजीत सिंह ने इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए स्थानीय पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिंघु सीमा पर दलित व्यक्ति के कथित हत्यारों के तौर पर बाबा अमनदीप सिंह और बाबा नारायण सिंह नाम के दो नाम सामने आ रहे हैं. रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि एक ने युवक का हाथ काट दिया और दूसरे ने उसका पैर काट दिया.
गौरतलब है कि शुक्रवार को हरियाणा और दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर एक शख्स की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद आंदोलन कर रहे किसानों पर सवाल उठने शुरु हो गए. हालांकि, किसान नेताओं ने इसे साजिश करार देने से बाज नहीं आ रहे हैं. इस हत्या मामले में आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट ने बड़ा बयान दिया है. राकेश टिकैत ने अपने बयान के माध्यम से सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. टिकैट ने कहा है कि ये हत्या किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है. किसान संगठनों का इस हत्या से कोई लेना देना नहीं है. इसके साथ ही राकेश टिकैट ने कहा कि सरकार ने प्रशासन को किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए हजारों-करोड़ों रुपए दिए हैं. सिंघु बॉर्डर पर जो हुआ, वह सरकार के उकसावे की वजह से हुआ है.
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