हरी सब्जी सेहत के लिए अच्छी तो होती है लेकिन इन में पाए जाने वाले बीज सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं अगर इंसीट को कच्चा खाया जाए तो शरीर को यह कम समय में जबरदस्त फायदा पहुंचाते हैं। इसके अलावा भी और भी कई तरह की सीड्स होते हैं जिन्हें खाने से शरीर को बेहद लाभ होता है।

अलग-अलग तरह के सीड्स में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं. इन्हें डाइट में आसानी से शामिल किया जा सकता है। आप इन्हें सूप, स्मूदी, सलाद में डालकर खा सकते हैं या फिर सिर्फ पानी में डालकर भी पी सकते हैं। आइए जानते हैं इन सुपर हेल्दी सीड्स के बारे में ।

चिया सीड को कई मायने में सुपर हेल्थी बीच कहा जाता है यह पाचन सुधारने के साथ ही आयरन गुड फैट और omega-3 से भरपूर होता है। जो लोग जल्द से जल्द वेट लॉस करना चाहते हैं तो वह 66 क सेवन कर सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट से लेकर कई सेलिब्रिटी डाइट में चिया सीड्स शामिल करने की सलाह देते हैं। चिया सीड्स एक कार्बोहाइड्रेट युक्त अनाज है। पानी या किसी तरल पदार्थ में भिगोने पर ये फूल जाता है। इसमें खूब सारा फाइबर पाया जाता है जो बॉडी फंक्शन के लिए बहुत जरूरी है।

फ्लैक्स सीड्स- ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने से लेकर डाइजेशन सुधारने तक ये सारे काम फ्लैक्स सीड्स आसानी से करते हैं। ये डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है और इसे खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती है और वजन तेजी से कम होता है। फ्लैक्स सीड्स यानी अलसी का बीज खासतौर से उन महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है जो अनियमित पीरियड्स और फर्टिलिटी की समस्या से जूझ रही हैं. इसमें जरूरी फैटी एसिड और एंटी इन्फ्लामेट्री गुण होते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं।

हेंप सीड – स्पीड को भांग बीज भ कहा जाता है कई बीमारियों में इसे नेशनल एंटी डॉट माना जाता है या अंदरूनी घाव को देने से भरता है जिन लोगों की इम्युनिटी बहुत ज्यादा कमजोर होती है उन लोगों को हर दिन हेंप सीड खाना चाहिए।

पंपकिन सीड्स- पंपकिन सीड्स यानी कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, कॉपर, प्रोटीन और जिंक समेत कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से बचाते हैं। ये सीड्स ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। दिन भर में 3-4 चम्मच सीड्स खाने से पेट भरा रहता है जिससे वजन बढ़ना रुक जाता है. ये पाचन तंत्र को भी सुधारता है।

सनफ्लावर सीड्स- सनफ्लावर सीड्स में 100 विभिन्न प्रकार के एंजाइम होते हैं जो हार्मोनल संतुलन को नियंत्रित करते हैं। इसमें मौजूद एंजाइम बॉडी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन को संतुलित तरीके से बनाते हैं जिससे पीरियड्स की दिक्कतों और थायराइड में आराम मिलता है।

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