यूपी में चुनावी माहौल के बीच हाल ही में यह खबर आई है कि जिस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना था। उस पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का फीता समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काट दिया है। इन कार्यकर्ताओं में से एक पहले सपा के पूर्व विधायक भी रह चुके हैं। इन सभी कार्यकर्ताओं ने ना सिर्फ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया बल्कि एक्सप्रेस-वे पर साइकिल यात्रा भी निकाली। जानकारी के मुताबिक इस सांकेतिक लोकार्पण में पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव और विधायक नफीस अहमद समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासनिक ढांचा सचेत होने के साथ-साथ सकते में आ गया है। हालांकि अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले के लिए पहले ही प्रशासन को अलर्ट जारी कर दिया था परंतु बावजूद इसके पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने उनकी बात को हल्के में लिया। अब जब यह पूरा मामला सामने आया तो सूचना मिलते ही प्रशासनिक ढांचा सकते में आ गया है।

आज प्रधानमंत्री 16 नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था लोकार्पण 

जानकारी के लिए बता दें कि इस पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण 16 नवंबर के दिन सुल्तानपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना था। इस कार्यक्रम हेतु सारी तैयारियां भी पूरी हो चुकी थी, लेकिन इसकी दूसरी तरफ अखिलेश यादव की विजय यात्रा को निकालने की अनुमति खारिज कर दी गई। यही वजह थी कि आक्रोश में आकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के कार्यकर्ताओं ने कह दिया कि वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का खुद ही सांकेतिक लोकार्पण कर देंगे और उन्हें अपने कहेअनुसार इस लोकार्पण को पूरा कर दिया। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा था कि पुलिस ने अखिलेश यादव की विजय यात्रा को आगे नहीं बढ़ने दिया, तो वह साइकिल लेकर आगे बढ़ेंगे पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं की एक ना सुनी।

इसके परिणामस्वरूप अखिलेश के इशारे के बाद सपा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ना सिर्फ एक्सप्रेसवे का सांकेतिक लोकार्पण कर दिया बल्कि फूल की वर्षा के साथ साथ शोभनीय साइकिल यात्रा भी निकाल दी। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने कई ऐसे बयान दिए जो अब यूपी के चुनावी माहौल को और भी ज्यादा गर्म आ रहे हैं।

कार्यकर्ताओं ने की जमकर बयानबाज़ी

साइकिल यात्रा में मौजूद कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा समाजवादी पार्टी द्वारा किए गए कार्य को अपना नाम बता रही है। बीजेपी ना सिर्फ उन योजनाओं का नाम बदल रही है बल्कि उनका पूरा श्रेय खुद ले रही है। ठीक इसी प्रकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के नाम में भी बदलाव किए गए हैं। कार्यकर्ताओं के अनुसार जिस जिस एक्सप्रेस-वे को हम आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नाम दे रहे हैं। उसे पहले समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नाम दिया गया था। लेकिन बीजेपी ने इसका नाम बदल दिया।

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