बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का हमेशा से बोलबाला रहा है. इस बार के विधानसभा चुनाव में भी बाहुबलियों का पहले की तरह ही चर्चा है। कल तक लालू प्रसाद यादव के लाल तेजस्वी यादव जिसको असामजिक तत्‍व कह कर नकार रहे थे। जिस व्यक्ति को अपहरण व हत्‍या के मामलें में खुद लालू प्रसाद यादव ने जेल भेजने में अहम भूमिका निभाई थी वहीं अनंत सिंह आज तेजस्वी यादव को दुलारा बन गया है। दरसल मोकामा विधानसभा सीट से राष्ट्रिय जनता दल ने टिकट दिया है. आज अनंत सिंह ने राजद उम्मीदवार के तौर पर उन्होने नामांकन भी दाखिल किया। इस सीट पर अनंत सिंह का मुकाबला जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रत्‍याशी राजीव लोचन सिंह से होगा। वहीं अनंत सिंह के राजद के टिकट पर मैदान में उतरने को लेकर बिहार की सियासत गर्मा गई है।

बिहार में छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह कभी सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी हुआ करते थे। लेकिन अब अनंत सिंह लालू के खास हो गए है. वे फिलहाल पटना के बेउर जेल में हैं। लगभग तीन टर्म अनंत जदयू के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं तो वहीं पीछले चुनाव में वो निर्दलिय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2015 के चुनाव में उन्होने जदयू प्रत्याशी को भारी अंतर से पराजीत किया था। कुछ दिन पहले ही अनंत सिंह ने कहा था कि तेजस्वी यादव को बिहार का वो सीएम बनाएंगे।

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