बिहार चुनाव को लेकर प्रचार जोरो पर है। आज पीएम मोदी ने सासाराम, गया और भागलपुर से चुनावी हुंकार भरी। इस दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 और कृषि कानूनों समेत कई मुद्दों पर विपक्ष को निशाने पर लिया। पीएम के साथ मंच पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद थे। बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद-370 और कृषि संबंधी तीन नये कानूनों पर कांग्रेस समेत विपक्ष के रुख की कड़ी आलोचना की और कहा कि देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा। मोदी ने आरोप लगाया कि विरोधी दल जब किसानों के लिए कुछ कर नहीं पाए तो अब किसानों से लगातार झूठ बोलने में जुट गए हैं और आज कल ये लोग न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने ही MSP बढ़ाने की कार्रवाई की है।

दलालों से मुक्ति पर किसको दिक्कत

चुनावी हुंकार भरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है। संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि, पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरू हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था। कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जब राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की भाषा बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह NDA की ही सरकार है जिसने किसानों को लागत का डेढ़ गुना MSP देने की सिफारिश लागू की और सरकारी खरीद केंद्र बनाने और सरकारी खरीद, दोनों पर बहुत जोर दिया। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब ये लोग सरकार में थे, उसकी तुलना में बिहार में ही धान की सरकारी खरीद चार गुना और गेहूं की सरकार खरीद पांच गुना बढ़ी है। उन्होंने कहा, इनके पास आज तक इसका जवाब नहीं है कि जब इनकी सरकार थी तब एमएसपी पर फैसला क्यों नहीं लिया? उन्होंने कहा, जब-जब, बिचौलियों और दलालों पर चोट की जाती है, तब-तब ये तिलमिला जाते हैं, बौखला जाते हैं। आज हालत ये हो गई है कि ये लोग भारत को कमजोर करने की साजिश रच रहे लोगों का साथ देने से भी नहीं हिचकिचाते।

बिहार में गूंजा कश्मीर की आजादी का मुद्दा

पीएम मोदी ने जनसभा के दौरान धारा 370 का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने का इंतजार देश बरसों से कर रहा था? ये फैसला हमने लिया, एनडीए की सरकार ने लिया। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि आज ये लोग इस फैसले को पलटने की बात कर रहे हैं और ये कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो अनुच्छेद -370 फिर लागू कर देंगे। मोदी ने कहा, मैं जवानों और किसानों की भूमि बिहार से कहना चाहता हूं कि ये लोग जिसकी चाहें मदद ले लें लेकिन देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।

विपक्ष पर जमकर गरजे पीएम मोदी

बिहार के लोगों को पहले की बिहार सरकार के शासनकाल की याद दिलाते हुए मोदी ने कहा कि बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलते का मतलब होता था, सब कुछ बंद हो जाना, ठप्प पड़ जाना। उन्होंने कहा कि उन दिनों सरकार चलाने वालों की निगरानी में दिन-दहाड़े डकैती होती थी, हत्याएं होती थीं, रंगदारी वसूली जाती थी। मोदी ने कहा कि आज बिजली है, सड़के हैं, लाइटें हैं और सबसे बड़ी बात वो माहौल है जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे रह सकता है, जी सकता है और अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ना इसी को कहते हैं। RJD नेता तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे पर सवाल उठाते हुए मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने एक-एक सरकारी नौकरी को हमेशा लाखों-करोड़ों रुपये कमाने का जरिया माना, वो फिर बढ़ते हुए बिहार को ललचाई नजरों से देख रहे हैं। मोदी ने कहा, आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को ये याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। संबोधन के दौरान विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, बिहार वो स्थान है जहां लोकतंत्र के बीज बोए गए थे। क्या जंगलराज में कभी भी विकास और लोकतांत्रिक मूल्य फल-फूल सकते हैं? उन्होंने कहा, बिहार भ्रष्टाचार मुक्त शासन का हकदार है। इसे कौन सुनिश्चित करेगा? खुद भ्रष्टाचार में लिप्त लोग या भ्रष्टाचारियों से लड़ने वाले लोग?

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