पंजाब के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में बदलाव जल्द हो सकता है। शुक्रवार को कांग्रेस के महासचिव अजय माकन ने कहा कि राज्य के कुछ मंत्रियों ने इस्तीफा देकर संगठन के लिए काम करने की मंशा जताई है। राजस्थान के प्रभारी कांग्रेस महासचिव माकन का यह बयान महत्वपूर्ण है। वे बीते कुछ दिनों से लगातार राज्य के कांग्रेस विधायकों और अन्य नेताओं से सलाह मशवरा कर रहे हैं। राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल और जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदों पर जल्द नियुक्तियां संभावित हैं। असंतुष्ट नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक सत्ता में बड़ी हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। माकन ने कहा कि कुछ मंत्री हैं जो सरकार में पद छोड़ना चाहते हैं। हमें ऐसे लोगों पर गर्व है। उनके बयान से स्पष्ट हो गया है कि गहलोत सरकार के कुछ मंत्री इस्तीफे देंगे, ताकि नए चेहरों को मौका दिया जा सके। माकन ने यह भी कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राजस्थान में फिर सत्ता में जाएगी। हम हमारे सदस्यों के बल पर यह कर दिखाएंगे, जो कि सब छोड़ने को तैयार हैं और संगठन के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। 

गहलोत सरकार के कामकाज की तारीफ

राजस्थान कांग्रेस में लंबे समय से कुछ ठीक नहीं चल रहा है। माकन ने बुधवार और गुरुवार को कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के 115 विधायकों से मुलाकात कर बदलाव को लेकर उनकी राय जानी। शुक्रवार को उन्होंने जयपुर में कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के नेताओं से विचार-विमर्श किया। माकन अब कांग्रेस हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि विधायकों और नेताओं से चर्चा में हमने मुख्य रूप से 2023 में राज्य में फिर सत्ता में वापसी को लेकर चर्चा की। यह महसूस किया गया कि सरकार व संगठन के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए, ताकि पार्टी को पुन सत्ता में लाया जा सके। माकन ने गहलोत सरकार के कामकाज की भी तारीफ की।

 कांग्रेस में कब खत्म होगा पंगा ?

सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच का विवाद खत्म होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। फीडबैक खत्म करने के बाद अजय माकन मुख्यमंत्री निवास पहुंचे, जहां पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों की बैठक बुलाई थी। वहां पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जो हुआ, सो भूल जाओ और साथ मिलकर आगे बढ़ो। गहलोत ने एक बार फिर से अपना पुराना नारा दोहराया कि भूलो और माफ करो। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों से कहा कि मैंने पहले भी आप से कहा था और आज भी कह रहा हूं कि मैं आपके अभिभावक की तरह ही काम करता रहूंगा। विधायकों को लंच कराकर भेजने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिर से प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ बैठकर चर्चा की।

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