पटना: लंबे समय तक जेल में गुजारने और बीमारी से परेशान रहने के बाद एक बार फिर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव इन दिनों काफी एक्टिव हो गए हैं। इसी कड़ी में वो अपने पुराने राजनीतिक साथियों से मुलाकात कर रहे हैं और मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर अपनी बात रख रहे हैं। लालू यादव ने बिहार के दो युवा नेता तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के साथ आने इच्छा जताई है।

लालू प्रसाद यादव ने साफ कहा कि चिराग पासवान अभी भी एलजेपी के नेता हैं और अगर वो महागठबंधन का हिस्सा बनना चाहते हैं तो स्वागत है। लालू यादव ने कहा कि, वो तेजस्वी यादव और चिराग पासवान को एक साथ देखना चाहते हैं। मौजूदा हालात में लालू यादव का यह बयान बिहार में सियासी तूफान ला सकता है। कई तरह के कयास अभी लगाए जाने लगे हैं।

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हालांकि, चिराग पासवान ने खुद ही सभी कयासों पर विराम लग दिया. उन्होने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “लालू यादव हमारे पिता के सहयोगी हैं, साथी हैं और हमारे अभिभावक हैं. उनका कहना अपनी जगह है. मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन मेरी प्राथमिकता ‘आशीर्वाद यात्रा’ और अपने संगठन को मजबूत बनाना है. बिहार या यूपी में गठबंधन पर कोई भी चर्चा चुनाव के करीब होगी.”

सीएम नीतीश कुमार पर चिराग पासवान ने निशाना साधते हुए कहा कि, “जब मेरे पिता बीमार थे, उस वक्त नीतीश कुमार ने उनका हाल-चाल जानने की भी कोशिश नहीं की. बड़े-बड़े नेताओं ने मेरे पिता से मुलाकात की थी. लेकिन नीतीश कुमार ने एक बार भी उन्हें फोन नहीं किया या मुलाकात नहीं की. यहां तक भी ये भी कहा कि हमें जानकारी नहीं है.”

इससे पहले चिराग पासवान ने अपने गुट के नेताओं के साथ राज्यपाल से मुलाकात की थी। उन्होने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा और संज्ञान लेने की गुहार लगाई। इस दौरान उनकी राज्यपाल से आधे घंटे तक बातचीत हुई।

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