Patna: बिहार की राजनीति में जातीय जनगणना को लेकर लगातार बवाल मचा हुआ है. बिहार की सत्ता में काबिज एनडीए के बीच विवाद है, एक तरफ जहां जदयू जनगणना की वकालत कर रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी इसके खिलाफ है। हालांकि बीजेपी कार्यालय में इस मुद्दे पर हुई बैठक में बिहार सरकार में मंत्री रामप्रीत पासवान ने अपनी सहमति जताते हुए कहा कि जातीय जनगणना होनी चाहिए।

केंद्र सरकार जातीय जनगणना के खिलाफ है. बैठक के दौरान मंत्री रामप्रीत पासवान जब बोल रहे थे, उसी दौरान उनकी बातों को उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने रोक दिया और पार्टी के स्टैंड के बारे में विस्तार से बताने लगे। शहनवाज हुसैन ने इसके बाद लोगों की अपनी-अपनी राय कहना शुरु कर दिया।

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शहनवाज हुसैन ने सीएम नीतीश कुमार के द्वारा पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी जाने वाले सवाल पर कहा गया, “मुख्यमंत्री ने चिट्ठी पीएम को लिखी है. हालांकि राय तो अलग हो ही सकती है. धारा 370 पर हमारी राय अलग थी और कई सहयोगियों की राय अलग थी. सीएए एनआरसी पर भी राय अलग है. लेकिन बिहार में सरकार स्थिर है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोग काम कर रहे हैं.”

शहनवाज हुसैन ने साफ कहा कि, उनकी पार्टी सबकी चिंता करती है। उन्होने साफ कहा कि, “हमारे यहां सबसे ज्यादा पिछड़ी जाति के सांसद और विधायक हैं. हर समाज में हमारी पैठ है. किसी भी समाज को हमलोग छोड़ेंगे नहीं. हर समाज को लेकर चलेंगे. सबका साथ सबका विकास. हम जात की नहीं बल्कि राष्ट्र की बात करते हैं. हमारे यहां पिछड़ी जाति के उपमुख्यमंत्री भी हैं.”

वहीं बिहार बीजेपी के द्वारा प्रदेश कार्यालय में शहनवाज हुसैन ने कहा कि, “सात दिन के कार्य दिवस में उद्योग के लिए प्रस्ताव की स्वीकृति दी जाएगी. बाराबंकी से आए एसआर कंपनी ने तीन दिन के दौरे के बाद मिलकर बताया कि बिहार में सुशासन का राज है. अब यहां अनेकों राज्य से बड़ी-बड़ी कंपनियां आ रही हैं. उद्योग के प्रति अच्छा माहौल बना है.”

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