सोनिया गांधी को 23 नेताओं द्वारा चिठ्ठी लिखने के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर मचा बवाल को कंट्रोल करने का जिम्मा राहुल गांधी ने अपने कंधों पर उठा लिया है। राहुल गांधी ने गुलाम नबी आजाद से इस मुद्दे पर चर्चा की है। बता दें गुलाम नबी आजाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने पार्टी के अंदर बदलाव को लेकर चिठ्ठी लिखी थी।

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के बाद राहुल गांधी ने गुलाम नबी आजाद से दूसरी बार बात की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने गुलाम नबी से बात कर के उनके द्वारा जाहिर की गई समस्याओं का समाधान करने की आश्वासन दिया है। साथ ही पार्टी के नए अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए जाने का भरोसा दिलाया है।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही एक गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि सत्ताधारी (बीजेपी) बेहद मजबूत है अगर जल्द अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं हुए तो कांग्रेस को 50 सालों तक विपक्ष में बैठना पड़ सकता है। साथ ही कहा था कि, चिठ्ठी लिखने के पीछे मकसद केवल पार्टी की भलाई है। चिठ्ठी लिख कर सोनिया गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाने का मनसा नहीं था।

बता दें कि CWC की मीटिंग में राहुल गांधी ने चिठ्ठी लिखने वालों नेताओं पर आरोप लगाते हुए बोला था कि, “ये लोग बीजेपी को फायदा पहुंचा रहे हैं”। राहुल का ये बयान आने से पार्टी के अंदर कलह मचा हुआ है।

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