कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत-चीन तनाव को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। अब उन्होंने लद्दाख में चीनी सेना के पीछे हटने और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ हुई बातचीत को लेकर तीन सवाल पूछे हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है। भारत सरकार का कर्तव्य इसकी रक्षा करना है। इसलिए, पहला- पूर्व की यथास्थिति बहाल करने पर जोर क्यों नहीं दिया गया? दूसरा- हमारे 20 जवानों की हत्या को चीन को सही ठहराने क्यों दिया गया? तीसरा- गलवान घाटी पर हमारी भूभागीय संप्रभुता का उल्लेख क्यों नहीं किया गया ?

सवालों के साथ राहुल गांधी ने ट्वीट में दोनों देशों के बयानों की तस्वीरें भी शेयर की है। जिसमे चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गलवान घाटी में क्या सही हुआ और क्या गलत इसकी तस्वीर पूरी तरह से साफ है। चीन अपने क्षेत्र की संप्रभुता की रक्षा करेगा, इसके साथ-साथ बॉर्डर पर शांति स्थापित करने की कोशिश करेगा। तो भारत की तरफ से जारी बयान में नरमी बरतते हुए कहा है कि दोनों देश आगे ऐसी किसी घटना को ना दोहराने की कोशिश करेंगे । वहीं इससे पहले सोमवार को भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला था। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के एक बयान को शेयर करते हुए लिखा था कि – कोविड-19, नोटबंदी और जीएसटी से जुड़ी विफलताएं आने वाले समय में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में अध्ययन का विषय होंगी ।

बता दें कि मई महीने की शुरूवात से ही भारत और चीन के बीच तनाव जारी है । 15 जून को गलवान घाटी में खूनी झड़प के बाद ये तनाव और भी गहरा गया था। जिसके बाद से ही दोनों देशों के अधिकारियों की लगातार बातचीत जारी थी लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पा रहा था। 5 जुलाई को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री के बीच हुई चर्चा के बाद दोनों देशों की सेनाओं के पीछे हटने पर सहमति बनी । और तनाव कम होने के पहले संकेत के रूप में सोमवार को झड़प वाली जगह से चीनी सेना करीब 2 किलोमीटर पीछे हट गई।

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