मानसूत्र सत्र में पेगासस जासूसी मामले को लेकर रोज जोरदार हंगामे हो रहे हैं। जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है। विपक्ष के हंगामे के बाद कई बार सत्र की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है। अब इस मामले पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सुप्रीम कोर्ट से जांच की अपील की है। मायावती ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लिखा-संसद का चालू मानसून सत्र देश, जनहित व किसानों आदि के अति-जरूरी मुद्दों पर सरकार व विपक्ष के बीच अविश्वास व भारी टकराव के कारण यह सत्र सही से चल नहीं पा रहा है। पेगासस जासूसी काण्ड भी काफी गरमा रहा है, फिर भी केन्द्र इस मुद्दे की जांच कराने को तैयार नहीं। देश चिन्तित।

वहीं जांच की मांग करते हुए मायावती ने लिखा-ऐसे में बीएसपी माननीय सुप्रीम कोर्ट से यह अनुरोध करतीं  है कि वह देश में इस बहुचर्चित पेगासस जासूसी काण्ड के मामले में खुद ही संज्ञान लेकर इसकी जाँच अपनी निगरानी में कराये ताकि इसको लेकर सच्चाई जनता के सामने आ सके। मायावती के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी,सचिन पायटल भी मामले की जांच की मांग कर रहे हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमीशन का भी गठन किया था जिस कमीशन में पूर्व न्यायाधीशों को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

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इस मामले पर ममता ने कहा था कि हमने सोचा था कि केंद्र एक जांच कमीशन बनाएगा या इस फोन-हैकिंग की घटना को देखने के लिए अदालत की निगरानी में जांच का आदेश देगा..लेकिन केंद्र बेकार बैठा है … इसलिए मामले को देखने के लिए हमने एक ‘जांच कमीशन’ बनाने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एम बी लोकुर और कोलकाता हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज ज्योतिर्मयी भट्टाचार्य के नेतृत्व में एक कमीशन का गठन किया गया है जो पिछले दिनों कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों के फोन टैपिंग और हैकिंग के मामले की जांच करेगा। इस मामले में केंद्र हमे उत्साही नहीं दिख रहा है।

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