नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की गूंज अभी से सुनाई देने लगी है। हालांकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और अभी तारीखों का भी एलान नही हुआ है। इन सबके बीच सत्ताधारी बीजेपी ने सत्ता में वापसी के लिए अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। भाजपा अपने संगठन से लेकर सरकार तक सभी मोर्चे पर चुनावी तैयारी में जुटी हुई है।

भाजपा की तरफ से कल राजधानी में आगामी चुनावी तैयारियों के मद्देनजर कार्यक्रम तय करने के लिए तीन घंटे से भी ज्यादा वक़्त तक बैठक की गई। इसमें जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, यूपी संगठन महामंत्री सुनील बंसल व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष मौजूद रहे।

गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर हुई इस बैठक में राज्य सरकार के कामकाज और संगठन को लेकर गहन विचार-विमर्श हुआ। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के केंद्रीय नेताओं के यूपी प्रवास की रूप रेखा पर भी चर्चा हुई।

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यूपी में भाजपा के साथ अपना दल(एस) और दूसरी निषाद पार्टी गठबंधन में है. अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाये जाने के बाद निषाद पार्टी को भी अब उत्तर प्रदेश में महत्त्वपूर्ण स्थान देने पर विचार हो रहा है। इस बैठक में निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद को भी बुलाया गया जहां पर उनसे बातचीत कर आगे की रणनीति तय की गई।

हालांकि भाजपा की बैठक में निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद ने मछुआरा समुदाय के आरक्षण को लेकर अपनी बात रखी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निषाद पार्टी की तरफ से डॉ संजय निषाद व कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आये जितिन प्रसाद को एमएलसी भी बनाया जा सकता है।

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