लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद भले ही योगी सरकार ने 45 लाख के मुआवजे का ऐलान कर दिया हो लेकिन मामले पर सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। विपक्ष भी एकजुट होकर मौजूदा सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। वहीं घटना का वीडियो सामने आने के बाद तो सरकार की कड़े शब्दों में आलोचना की जा रही है।  एनसीपी प्रमुख शरद पवार, जेडीयू , कांग्रेस मिलकर योगी सरकार को निशाने पर ले रही हैं। बता दें कि आज सुबह ही घटना का वीडियो सामने आया था जिसमें जीप द्वारा प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंदते हुए देखा गया है।

यूपी को बताया जालियांवाला बाग


जेडीयू नेता केसी त्यागी ने सरकार की आलोचना करते हुए योगी राज को ब्रिटिश राज करार दिया। उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वो ब्रिटिश काल की याद दिलाता है। जब देश में कानून व्यवस्था सिर्फ नाम की थी। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। मैं उम्मीद करता हूं कि जांच सही होगी। किसान संगठन चाहते थे कि राकेश टिकैत वहां आएं और प्रशासन से बात करें। दूसरी तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है।  उन्होंने कहा कि  जलियांवाला बाग में जैसी स्थिति थी..आज वैसी ही आज यूपी में हो गई है। किसान ये भूलेगा नहीं…केंद्र सरकार को असंतोष का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा  बीजेपी सरकार के काफिले ने किसानों की हत्या की है. किसानों की हत्या के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार है।

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 रणदीप सुरजेवाला ने साधा निशाना


कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘मोदी जी, क्या आजादी और संविधान, दोनों को जीप के टायरों के तले रौंदने का उत्सव मनाने लखनऊ जा रहे हैं या फिर मनीष गुप्ता के हत्यारों को ना पकड़े जाने का? हिम्मत है तो लखीमपुर खीरी जाएं, देश के गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें। गौरतलब है कि आज सुबह भी कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लखीमपुर खीरी हिंसा का वीडियो शेयर किया था।

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