New Delhi: पियरे डी कुबर्टिन जिन्हेंआधुनिक ओलंपिक खेलों का जनक कहा जाता है,उनका ये कथन है कि ” ओलंपिक खेलों में जीतना सबसे महत्वपूर्ण नहीं है,बल्कि भाग लेना महत्वपूर्ण है,जीवन में जीतना ज़रूरी नहीं है बल्कि अच्छी तरह से लड़ना ज़रूरी है! मौजूदा समय में विश्व स्तर पर कोरोना महामारी के चलते जिस तरह के हालात हैं इसे मात देने या हराने के लिहाज़ से कुबर्टिन के ये शब्द बिल्कुल सही साबित होते हैं।क्योंकि इस महामारी से जीतना है तो लड़ना ज़रूरी है।

टोक्यो ओलंपिक को लेकर लगातार संशय बरकरार:
टोक्यो ओलंपिक खेलों के आयोजन को लेकर जिस तरह की ख़बरें लगातार आ रही हैं,कि इन खेलों को रद्द कर देना चाहिए या पिछले साल यानि 2020 की ही तरह इन्हें स्थगित कर देना चाहिए।अगर इन खेलों को रद्द किया जाता है तो दूसरे विश्व युद्ध के बाद ये पहला अवसर होगा जब इन खेलों का आयोजन रोका जाएगा।इन ओलंपिक खेलों का आयोजन जापान के टोक्यो शहर में इसी साल 23 जुलाई से लेकर 8 अगस्त तक होना है।लेकिन कोरोना वायरस का पूरे विश्व पर बढ़ता प्रकोप इन खेलों के आयोजन में भी लगातार बाधा उत्पन्न करता हुआ नज़र आ रहा है।

ओलंपिक मशाल रुकने के साथ ही विदेशी दर्शकों पर भी लगी रोक:
टोक्यो ओलंपिक खेलों में अब 100 से भी कम दिन बचे हैं।और जैसे – जैसे ओलंपिक खेलों की तारीख़ नज़दीक आती जा रही है,वैसे – वैसे कोरोना का कहर भी बढ़ता जा रहा है,ऐसे में सबके मन में ये सवाल है कि आख़िर इन खेलों का आयोजन होगा या नहीं,ओलंपिक मशाल रिले के रोक दिए जाने के बाद अब विदेशी दर्शकों के भी खेलों में शामिल होने पर  रोक लगा दी गई है।


कुल कितने खिलाड़ी होंगे शामिल:
ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या में हर चार साल के बाद रिकॉर्ड इज़ाफा होता ही है।जहां प्रथम ओलंपिक खेलों में कुल 14 देशों के 200 खिलाड़ियों ने भाग लिया था,वहीं 2016 के रियो ओलंपिक खेलों में रिकॉर्ड 207 देशों के 11237 खिलाड़ियों ने भाग लिया था।अब टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए भी विश्व भर के 11 हज़ार खिलाड़ियों में से 57 प्रतिशत खिलाड़ी क्वालीफाई कर चुके हैं।भारत की तरफ़ से 77 से ज्यादा खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

कौन से नए खेल हुए हैं शामिल:
टोक्यो ओलंपिक में 33 खेलों में 339 मेडल जीतने के लिए विश्व भर के खिलाड़ी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते हुए नज़र आयेंगे।टोक्यो ओलंपिक में इस बार 5 नए खेलों को जगह दी गई है। जिनमें सर्फिंग, स्केट बोर्डिंग,स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग, कराटे और बेसबॉल शामिल हैं।साथ ही साथ महिला सॉफ्टबॉल की भी इन ओलंपिक खेलों में वापसी हो रही है।ऐसे में अब सबकी नज़रें इन खेलों के सफ़ल आयोजन पर टिकी हुई हैं।

खिलाड़ियों के नज़रिए से:
करीबन एक साल से भी अधिक समय से इंतज़ार कर रहे खिलाड़ी भी विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने, अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए बेसब्री से इंतज़ार में हैं।पांच बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट केटी लैटेकी का कहना है उनके लिए पिछले साल ओलंपिक खेल स्थगित होने के बाद ये 14 महीने बहुत उत्साह से बीते हैं।अब जल्द से जल्द इन खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का इंतज़ार है।वहीं जापान के तैराक रिकाको इकी का कहना है कि वे भी इन खेलों को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं।

ओलंपिक आयोजन समिति कराएगी सफ़ल आयोजन:
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बावजूद भी ओलंपिक आयोजन समिति का कहना है कि वे पूरी सुरक्षा के साथ इन खेलों का आयोजन करवाएंगे।हालांकि जापान के लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, कि इस महामारी के दौरान इन खेलों का आयोजन नहीं होना चाहिए।वहीं ओलंपिक आयोजन समिति ने खिलाड़ियों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं और कहा है कि खिलाड़ियों को ओलंपिक विलेज में ही रहना होगा व समय – समय पर कोरोना टेस्ट करवाना होगा।अब खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को उम्मीद है कि इन खेलों का सफ़ल आयोजन हो सके ताकि  खिलाड़ी अपना जौहर दिखा सकें तो वहीं खेल प्रेमी इन खेलों का आनंद उठा सकें।

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