पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पाकिस्तान सेना को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर अल्लाह उन्हें कभी अधिकार दे तो वह घास खाकर जिंदा रहेंगे लेकिन  सेना का बजट जरूर बढ़ाएंगे। उन्होंने यह बात पाकिस्तान के न्यूज़ चैनल ए आर वाई को दिए गए एक इंटरव्यू के जरिए कही है।


अख्तर ने पाकिस्तानी सेना के बिगड़ते हुए हालात को लेकर कई बड़े बात किए हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें समझ नहीं आता है कि देश के सिविलियन सेना का साथ देकर आगे क्यों नहीं आगे बढ़ना चाहते हैं, उनके साथ मिलकर क्यों काम नहीं करना चाहते हैं।


शोएब अख्तर ने यह भी कहा कि, “अगर मेरे पास अधिकार होता तो मैं अपने आर्मी चीफ के साथ बैठता और बजट जोकि 20 प्रतिशत हो तो उसे मैं 60% कर देता।”


शोएब अख्तर ने इंटरव्यू में यह भी कहा कि उन्होंने कारगिल युद्ध के वक्त लाखों रुपए की काउंटी क्रिकेट की डील ठुकरा दी थी। उन्होंने शो पर इस बात का भी दावा किया था, कि 1999 की कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के लिए गोली खाने को भी वे तैयार थे।


शोएब अख्तर ने कुछ महीने पहले ही कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए फंड इकट्ठा कराने के इरादे से भारत और पाकिस्तान के बीच सीरीज करवाने की बात पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई के सामने भी रखी थी। उनका समर्थन पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफ़रीदी ने भी किया था। हालांकि उनके इस बयान का विरोध कई भारतीय खिलाड़ियों ने किया था, जिसमें कपिल देव और वीरेंद्र सहवाग जैसे बड़े नाम भी शामिल थे।

वीरेंद्र सहवाग ने शोएब अख्तर को नहीं किया था स्लेज


2004 के पाकिस्तान और भारत की के बीच खेले गए मुल्तान टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 309 रन बनाए थे। इस मैच में अख्तर सहवाग को बार-बार शॉर्ट गेंद डाल रहे थे, और सहवाग उनकी गेंद का अच्छे से सामना कर रहे थे। जब सहवाग नॉन स्ट्राइकर एंड थे और सचिन तेंदुलकर शोएब अख्तर की गेंद खेल रहे थे, तब सचिन ने अख्तर की गेंद पर बाउंड्री लगाई थी। उसके बाद सहवाग ने बड़े ही मजाकिया मूड में अख्तर को कहा था, कि बाप बाप होता है और बेटा बेटा होता है। वीरेंद्र सहवाग ने यह बात खुद कई बार मीडिया के सामने कही है, लेकिन शोएब अख्तर ने ए आर वाई न्यूज़ को दिए गए इंटरव्यू के दौरान वीरेंद्र सहवाग की इस बयान को खारिज कर दिया।

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