Kapil-Gavaskar Controversy: ये बात दरअसल तब की है जब भारत ने 1983 में विश्व कप जीत लिया था और 80 के इस दशक में 2 क्रिकेटर्स का बोलबाला था। वो थे महान बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर और महान ऑलराउंडर कपिल देव। विश्व कप जीतने के बाद दोनों ही खिलाड़ी चारों तरफ़ वाहवाही लूट रहे थे लेकिन इसी बीच इन दोनों ही खिलाड़ियों के बीच एक ऐसा विवाद हो जाता है जो क्रिकेट जगत को हिलाकर रख देता है। बताया जाता है कि दोनों ही खिलाड़ियों के बीच अगले 25 साल तक बातचीत बंद हो जाती है। आखिरकार ये बातचीत शुरू भी होती है लेकिन लंबे समय के बाद।

कैसे शुरू हुआ था कपिल-गवास्कर विवाद

साल 1984 में जब कपिल देव और संदीप पाटिल अपने करियर के पीक पर थे,लेकिन तभी दोनों को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से बाहर कर दिया जाता है। जिस मैच से कपिल देव और संदीप पाटिल को बाहर किया जाता है वो भारत-इंग्लैंड सीरीज का तीसरा टेस्ट था और कोलकाता में खेला जाने वाला था। फैंस के लिए ये बात हजम कर पाना मुश्किल हो रहा था कि एक साल पहले देश को विश्व कप जीताने वाले कप्तान कपिल देव को टीम से बाहर किस आधार पर किया गया है? बताया जाता है कि कपिल देव और संदीप पाटिल इस से पहले वाले टेस्ट मैच में गैर- जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए थे जिसकी वजह से भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था इसलिए दोनो ही खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था।

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सिलेक्टर्स ने कपिल देव को लेकर लिया था बड़ा फैसला

कहा जाता है कि सिलेक्टर्स ने कपिल देव को लेकर बड़ा फैसला लिया था। क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम ड्रॉ की तरफ़ बढ़ रही थी। लेकिन कपिल देव और संदीप पाटिल के दो महत्वपूर्ण विकेट मिलने के बाद इंग्लैंड की टीम जीत गई थी। और बताया ये भी जाता है उस समय के टीम के कप्तान सुनील गावस्कर कपिल देव के इस गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होने से काफी नाराज़ थे।

बताया जाता है कि कपिल देव की ऐसी परफॉर्मेंस को देखते हुए ही सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन चंदू बोर्डे और कप्तान सुनील गावस्कर ने कोलकाता टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से कपिल देव को बाहर करने का फैसला लिया गया। हालांकि भारतीय टीम कोलकाता टेस्ट मैच जीत गई थी।

कपिल देव ने गावस्कर पर लगाए थे गंभीर आरोप

टेस्ट मैच में तो भारतीय टीम को जीत मिली थी लेकिन कपिल देव ने इस मैच में खुद को शामिल नहीं किए जाने के एवेज में कथित तौर पर सुनील गावस्कर पर गंभीर आरोप लगा दिए थे। गावस्कर बार-बार इसकी सफाई भी देते रहे और आरोपों को खारिज भी करते रहे। गावस्कर का कहना था कि वे केवल एक मेंबर के तौर पर सिलेक्शन कमेटी में शामिल हुए थे। टीम को लेकर जो भी फैसला लिया गया वो सिलेक्टर्स का ही था इसमें उनका कोई रोल नहीं था।

दर्शकों ने कहा था No Kapil No Test

कहा जाता है कि कोलकाता के दर्शकों ने कपिल देव को टीम में शामिल नहीं किए जाने का खुले आम विरोध किया था और कोलकाता के ईडन गार्डन में No Kapil No Test ke नारे भी लगाए थे।

इसके बाद खबरें आती रही कि दोनों ही खिलाड़ियों के बीच बातचीत बंद हो गई है। और अगले 25 साल तक दोनों ही खिलाड़ियों ने एक दूसरे से बात नहीं की। हालांकि बाद में दोनों ही खिलाड़ियों के बीच सुलह भी हो गई लेकिन कोलकाता की वो घटना और दोनों ही खिलाड़ियों के बीच अनबन की खबरें आज भी लोगों के ज़हन में ताज़ा है।

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