टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए शनिवार का दिन निराशाजनक रहा। एक के बाद एक भारत को हार का सामना करना पड़ा। भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को टोक्यो ओलंपिक के फाइनल मुकाबले में विश्व की नंबर वन चीनी ताइपे की ताई जू यिंग के हांथो 0-2 से हार का सामना करना पड़ा । टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु का स्वर्ण पदक जीतने का सपना चूर-चूर हो गया।

रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडल विजेता सिंधु भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद थी और जिस तरह उन्होंने टोक्यो में अबतक प्रदर्शन किया था, उससे लग रहा था कि वह इस बार स्वर्ण पदक ला सकती हैं. लेकिन इस हार के साथ उनका यह सपना टूट गया।सिंधु को जू यिंग के हाथों 40 मिनट तक चले मुकाबले में 18-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा। सिंधु ने पहले गेम में बेहतर किया और शुरूआत में बढ़त भी ली लेकिन जू यिंग ने वापसी करते हुए पहला गेम अपने नाम किया। इसके बाद दूसरे गेम में सिंधु कोई चुनौती पेश नहीं कर सकीं और यह गेम भी हार गईं।

सिंधु अब कांस्य पदक के लिए रविवार को चीन की ही बिंग जियाओ से भिड़ेंगी, जिन्हें हमवतन चेन यू फेई ने पहले सेमीफाइनल में 21-16, 13-21, 21-12 से हराया था।

मैच के बाद पीवी सिंधु के पिता रमना ने कहा कि जब कोई खिलाड़ी लय में नहीं आता है तो यह सब होता है। कल सिंधु अच्छी लय में थी और वापसी कर उसने अकाने यामागुची को हराया था। आज ताई जू यिंग ने उसे वापसी करने का मौका नहीं दिया।

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