दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग ने भारत में सभी बड़ी मोबाइल कंपनियों को पछाड़ते हुए रिकॉर्ड बना लिया है। सैमसंग भारत में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली कंपनी बन गई है। सैमसंग ने चीन की सभी मोबाइल कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण सीमा पर भारत और चीन के बीच चल रहा विवाद बताया जा रहा है। क्योंकि चीन जिस तरह से सीमा पर भारत को आंखे दिखा रहा है। उसका भारत की जनता खूब विरोध कर रही है और चीन के सामान को बैन करने के लिये आवाज उठा रही है। जिसकी वजह से भारत में सबसे ज्यादा सैमसंग के फोन्स को खरीदा जा रहा है। इसका खुलासा खुद CMR की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। जिसमे बताया गया है कि, भारत-चीन की सीमा विवाद का फायदा दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग को हुआ है। सैमसंग भारतीय बाजार में पसंदीदा मोबाइल ब्रांड बन गया है।

इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप के सीएमआर विश्लेषक अमित शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि, भारत मे चीन की मोबाइल कंपनियों में 73 फीसदी तक कमी आयी है और ऐसा इसी लिये हुआ है। क्योकि चीन की नीतियों की वजह से भारत में चीन का खूब विरोध हुआ है और सप्लाई में कमी आयी है। चीन को अपनी ही हरकतों का खामियाजा खुद भुगतना पड़ा है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि, पांच में से एक यूजर ने चाइनीज फोन लेने से मना किया है। इतना ही नहीं सर्वे में ये भी बताया गया है कि, अगर कोई रिटेलर चाइनीज फोन बेचता है तो उसका बहिष्कार किया जाएगा।ऐसा भारत की जनता ने खुद कहा है।

सर्वे में बताया गया है कि, भारत में सबसे ज्यादा सैमसंग के फोन खरीदे गये हैं। 90 फीसदी लोगों ने सैमसंग का फोन को खरीदा है तो वहीं, 86 फीसदी ने वीवो का और 83 फीसदी लोगों ने लावा को पसंद किया है। सीएमआर के इस सर्वें के आंकड़ों से साफ हो जाता है कि, भारत में किस तरह से चीन के फोन्स का बहिष्कार किया गया है। आने वाले समय में भारत में चीन के सामान की मांग और भी ज्यादा घट सकती है। जिससे चीन को और भी ज्यादा झटका लग सकता है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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