आज देशभर में गणतंत्र दिवस की धूम है। हर तरफ देश के सबसे बड़े पर्व 26 जनवरी की चर्चा हो रही है। इस बीच देश को दुनिया के सामने साबित करने वाले विज्ञान को कौन भूल सकता है? कोरोना काल में जिस तरह से भारत ने तकनीक का इस्तेमाल करके अपनी ताकत दुनिया के सामने पेश की है। उसे जय विज्ञान कहा जा सकता है। कोरोना काल में भारत ने तकनीक का इस्तेमाल करके न सिर्फ आत्मनिर्भरता की तरफ विशेष कदम उठाया बल्कि कोरोना वैक्सीन तैयार करके आज अपने पड़ोसी मुल्कों की भी मदद कर रहा है। देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए सैन्य जवान महत्वपूर्ण हैं। पेट भरने के लिए अन्न चाहिए, जो किसान अपने खून-पसीने से सींचकर खेतों में उगाता है। और इन दोनों क्षेत्रों को धार विज्ञान और तकनीक ही देती है। हमारा देश विज्ञान के क्षेत्र में बहुत जल्दी आगे बढ़ना शुरू हो गया था। यही वजह है कि, देश के तीसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने नारा देते हुए कहा था कि, जय जवान, जय किसान और उसमें अब एक नया शब्द जुड़ चुका है और वो है जय विज्ञान। विज्ञान के माध्यम से ही हम सभी रोजमर्रा के काम कर पाते हैं। आज कंप्यूटर हो या मोबाइल फोन हर तरफ विज्ञान और उसके अविष्कार हैं। विज्ञान से ही हमारा जीवन इतना सरल और गतिशील हो पाया है। इसलिये हमें विज्ञान का हर क्षेत्र में स्वागत करना चाहिए।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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