आप चाहे या ना चाहे लेकिन अपने मोबाइल फोन में जितने भी आप ऐप यूज कर रहे हैं उसे आपकी हर एक एक्टिविटी के बारे में पता है। चाहे वह फूड डिलीवरी एप हो या फिर गूगल हो, फेसबुक, या फिर पेमेंट ऐप हो इन सभी को पता है कि आप कब क्या कैसे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं
बीते रात आपने डिनर में क्या खाया? कितना खाया? ये स्वीगी या जोमाटो को पता है। वह यह भी जानते हैं कि आप वेजिटेरियन है या नॉन वेजिटेरियन। ओला उबेर यह दोनों ही ऐप जानते हैं कि आप कब अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाते हैं और कितनी दूर जाते हैं। आपके फोन के जीपीएस से जुड़े अन्य आपको भी यह जानकारी है।
आप हर महीने कितना पैसा किस चीज पर खर्च करते हैं ये गूगल को पता चलता रहता है क्योंकि आपके ज्यादातर परचेज ऑर्डर जीमेल पर आते ही हैं। आपकी सैलरी-खर्चों का पूरा हिसाब आपके SMS एप को है क्योंकि हर ट्रांजैक्शन का SMS आता है। गूगल भी ये जानता है। अगर आप वॉट्सऐप पेमेंट यूज करते हैं तो फेसबुक भी।
क्या आपको हॉरर फिल्में पसंद हैं। आप भले ही जवाब न देना चाहें लेकिन नेटफ्लिक्स, अमेजन और आपका स्मार्ट टीवी सब जानते हैं। ये भी कि आप कब और क्या देखते हैं।गूगल और फेसबुक दोनों जानते हैं कि आप उसके साथ खुले दूसरे टैब में क्या देख या पढ़ रहे हैं। यूट्यूब को पता है कि आपको एलियन के वीडियो पसंद हैं।
क्या कोई ऐसा दोस्त है जिससे आप हर रात दो घंटे चैट करते हैं? वॉट्सऐप उसे जानता है। वो भले आपके मैसेज न पढ़ पाए लेकिन आप चैट कर रहे थे ये उसे पता है।आप पिछले साल 2020 में कहां-कहां गए, सभी शहरों-जगहों के बारे में गूगल जानता है
क्या आप वामपंथी हैं? आपके दोस्त भले न जानें लेकिन अमेजन जानता है क्योंकि आपने अमेजन से कम्युनिज्म पर कई किताबें मंगवाई हैं और वो इसे जानता है।
9 बजे तक आप ऑफिस के लिए निकलते हैं गूगल उबेर , एयरटेल या जिओ के ऐप, फेसबुक जैसे ऐप जानते हैं कि आप अभी रास्ते में हैं और ऑफिस पहुंच रहे हैं. आपका ऑफिस नोएडा सेक्टर 4ए में है। वे ये भी जानते हैं कि आप इसकी चौथी मंजिल पर बैठते हैं क्योंकि आपका जीपीएस और हेल्थ बैंड का ट्रैकर आपकी ऊंचाई पर मौजूदगी का डेटा भी एकत्र करता रहता है. आप आलसी हैं ये अब उनको कन्फर्म हो गया है क्योंकि आप तो लिफ्ट से जाते हैं, कभी सीढ़ियां इस्तेमाल नहीं करते।
आप ऑफिस से निकल कर कहां घूमते हैं यह बात भले ही आप के ऑफिस में आपके कलिग या आपके बॉस को नहीं पता होगी लेकिन यह बात आपकी फोन को जरूर पता है। उसे जानकारी है कि आपने ऑफिस से कुछ देर के लिए छुट्टी मारी 2 किलोमीटर दूर आप चाय पीने गए और फिर 25 मिनट बाद लौटे
आपका बर्गर आया और आपने उसका फोटो खींचकर फेसबुक पर डाल दिया। अब फेसबुक ने देख लिया है कि आपके बर्गर के बीच में पैटी चिकन की है। अब वो जानता है कि आप नॉन वेजिटेरियन हैं. अगली बार आप इंस्टाग्राम खोलेंगे तो आपको नॉनवेज बर्गर के नजदीकी रेस्टोरेंट के विज्ञापन दिखेंगे। क्योंकि इंस्टाग्राम भी फेसबुक का ही है।
ऐसी आप से जुड़ी कई हरकतें हैं चाहे वह आपका फोन चार्ज करना हो या फिर आपका सुस्ती से बेड पर पड़े रहना हो यह सब कुछ आपके फोन में मौजूद ऐप को पता है। वह आपका सबसे बड़ा हमराज़ है। अगर आप यह सोचते हैं कि आप की राज़ की बात सिर्फ आप जानते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है।