NEW DELHI: बीते दो दिन पहले अफगान बलों और तालिबान लड़ाकों के बीच झड़पों के कारण हुई हिंसा को रोकने के लिए अफगान शहर कंधार में कर्फ्यू लागू कर दिया गया। इसके बाद भी तालिबानी संगठन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर पहले ही तालिबान का कब्जा था अब अपने हिस्से को बढ़ाते हुए तालिबान कंधार शहर पर काबिज होना चाहता है

कंधार शहर पर तालिबान अपनी नजरें गड़ाए हुए है। उसने शहर के चारों तरफ अपने लड़ाके तैनात कर दिये हैं।वो बस शहर में घुसने का मौका ढूंढ रहे हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अफगानिस्तान सेना ने अपने कई सुरक्षा पोस्ट को खाली कर दिया है..और उन सुरक्षा-पोस्ट का इस्तेमाल तालिबानी आतंकी कर रहे हैं। वहीं कंधार शहर के लोग दहशत में हैं…शहर के बाहरी हिस्से में रहने वाले पहले ही गांव खाली कर शहरों की तरफ आ रहे हैं और जो लोग कंधार शहर में रह रहे हैं वो भी दहशत की वजह से दूसरे शहर या विदेश में पलायन करने को मजबूर हैं। कई हजार लोग डर की वजह से अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हैं।यह भी पढ़े कई गोलियां लगने की वजह से हुई थी पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत..डेथ सर्टिफिकेट से हुआ खुलासा


अफगानिस्तान सरकार भी तालिबानियों से लड़ने में सक्षम नजर नहीं आ रही है। मंगलवार को ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हालात बिलकुल भी ठीक नहीं है…तालिबान की ओर से कोई शांति संदेश नहीं मिलने की उम्मीद है..हमने मसले को सुलझाने के लिए कई बार बात की है..हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही हालात ठीक होंगे। गौरतलब है कि हाल ही में कंधार में अफगान बलों और तालिबानों के बीच हुई हिंसा में भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत हो गई थी। उनकी मौत एक साथ कई गोलियां लगने की वजह से हुई थी। पत्रकार की मौत पर अमेरिका से लेकर विश्व के कई देशों ने दुख व्यक्त किया था।

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