रूस ने यूक्रेन पर हमला किया हुआ है। जिसके कारण यूक्रेन के हालत बहुत खराब नजर आ रहे हैं। पिछले 3 दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। इस युद्ध में फिलहाल रूस से यूक्रेन अकेले ही निबट रहा है। वहीं यूक्रेन की तरफ से लगातार मदद की भी गुहार लगाई जा रही है। इस बीच अमेरिका ने रूस को बड़ा झटका दे दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि यूक्रेन पर किए गए क्रूर और बेवजह हमले के लिए रूस को गंभीर कीमत चुकानी होगी। अमेरिका ने रूस पर आर्थिक तौर पर प्रतिबंध लगा दिया है।

आपको बता दें, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पहले ही रूसी सुरक्षा परिषद के ग्यारह सदस्यों के खिलाफ प्रतिबंध किया हुआ है। ऐसे में आर्थिक तौर पर रूस पर प्रतिबंध लगातार अमेरिका ने रूस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। इस बीच एक सवाल ये भी उठ रहा है कि, आखिर यूक्रेन में रूस अपनी सेना क्यों नहीं भेज रहा है? बाइडन ने कहा है कि वह इस युद्ध में भाग लेने के लिए अमेरिकी सैनिकों को यूक्रेन नहीं भेजेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नागरिकों को बचाने के लिए भी वो यूक्रेन में अमेरिकी सैनिक नहीं भेजेंगे।

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ऐसे में सवाल ये उठता है कि बाइडन ने अपने कार्यकाल के सबसे गंभीर विदेश नीति संकट को लेकर ऐसा कदम क्यों उठाया? इस बीच सबसे बड़ा कारण ये बता जा रहा है कि, यूक्रेन, अमेरिका का पड़ोसी देश नहीं है। यह अमेरिकी सीमा से सटा मुल्क नहीं है और यूक्रेन में उसका कोई सैन्य अड्डा भी नहीं है। क्योंकि यूक्रेन से अमेरिका को सीधे तौर पर किसी भी तरह का फायदा नजर नहीं आचा है। यही कारण है कि, अमेरिका यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेज रहा है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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