अफगानिस्तान में कब्जा करने के बाद तालिबान ने सरकार की घोषणा कर दी है। इस सरकार में सबसे ज्यादा आतंकी है, जो कि, दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं। इस बीच तालिबान की सरकार को चीन ने आर्थिक मदद की है। अफगानिस्‍तान में तालिबान की सरकार बनते ही चीन की तरफ से 31 मिलियन डॉलर की मदद का ऐलान कर दिया गया है। चीन ने यह मदद अफगानिस्‍तान को फूड सप्‍लाई और कोरोना वायरस वैक्‍सीन मुहैया कराने के नाम पर दी है। जिसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है।

https://www.dnpindiahindi.in/country-state/heavy-collision-between-two-boats-in-the-brahmaputra-river-70-people-missing-50-were-rescued-in-the-accident/

चीन ने क्यों की तालिबान की मदद?

इस मदद के बाद चीन ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, चीन की तरफ से कहा गया है कि अफगानिस्‍तान में शांति बहाल करने और अराजकता को खत्‍म करने के लिए यह मदद बेहद जरूरी है। चीन की इस मदद से उसकी मंशा साफ दिख रही है। आपको बता दें, अफगानिस्तान के हालात पर पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, चीन अफगानिस्तान को 31 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद के तहत अनाज, सर्दी के सामान, कोरोना के टीके और जरूरत की दवाएं देगा। ताकि अफगानिस्तान के लोगों को राहत मिल सके।

तालिबान की मदद करने वाला पहला देश बना चीन

आपको बता दें, जब से अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा किया है। तब से अफगानिस्तान का बुरा हाल है। यहां पर भयंकर भूखमरी छाई हुई है। हर तरफ डर खौंफ और भूख नजर आ रही है। इस बीच चीन अफगानिस्तान को कर्ज देकर इस्तेमाल कर सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि, चीन वो पहला देश है जिसने तालिबान सरकार के साथ संपर्क कायम किया है। चीन की इस मदद के कई सारे मतलब निकाले जा रहे हैं।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।

Share.

आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

Exit mobile version