यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिसका प्रभाव सिर्फ यूक्रेन पर ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। इस बीच यूक्रेन में भारत के कई लोग फंसे हुए हैं। जिन्हें बाहर निकालने के लिए भारत सरकार लगातार काम कर रही है। इस बीच मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार के 4 बड़े मंत्री युद्ध के बीच यूक्रेन जा रहे हैं। इसके साथ ही भारतीयों को वह वापस लेकर आएंगे। आपको बता दें, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे।

 यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लिया गया है। मोदी ने रविवार को भी यूक्रेन संकट पर एक मीटिंग की अध्यक्षता की थी और कहा था कि भारतीयों की हिफाज़त यकीनी करना और उन्हें इन देशों से बाहर निकालना सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए यूक्रेन में भारत सरकार अपने 4 मंत्रियों को भेज रही है।

यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के अभियान को ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया गया है। भारत ने पहले ही पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया जैसे देशों से संपर्क कर लिया है। इन देशों की सीमाओं से भारतीयों को निकाला जाएगा। इसके साथ ही इन देशों में भारत ने अपने कंट्रोल रूम बनाए हैं। ये कंट्रोल रूम चौबीस घंटे काम करेंगे। सरकार ने इन कंट्रोल रूम के नंबर और ईमेल एड्रेस भी सोशल मीडिया में जारी किए गए हैं। इसके साथ ही यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एक टि्वटर हैंडल भी बनाया गया है। जिससे यूक्रेन में फंसे लोगों को मदद मिलेगी।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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